पाली-मनोज शर्मा।
सांस्कृतिक वैशिष्ट्य की धरा मारवाड़ - गोडवाड़ का पाली जिला देश की अब तक की सबसे बड़ी स्काउट गाइड जंबूरी का साक्षी बनेगा। जिले की रोहट पंचायत समिति के गांव निम्बली ब्राह्मणन में आगामी 4 से 10 जनवरी 2023 तक प्रस्तावित 18वी राष्ट्रीय भारत स्काउट गाइड जंबूरी विविधता में एकता और अनुशासन के पर्याय के रूप में परिलक्षित होगी। जम्बूरी के सफल आयोजन को लेकर राज्य सरकार अहर्निश प्रयासरत है।पाली जिला मुख्यालय से तकरीबन 30 किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 62 पर  निम्बली ब्राह्मणन गांव के पास रीको की 220 हेक्टेयर भूमि पर राष्ट्रीय जंबूरी को लेकर युद्ध स्तर पर तैयारियां चल रही है। जम्बूरी के लिए शहर से दूर मानो एक पूरा अस्थाई शहर बसाया जा रहा है। यह देश की अब तक हुई 17 जम्बूरी में सबसे बड़ी होगी। इसमें देश के प्रत्येक प्रान्त सहित एशियाई देशो से करीब 35 हजार स्काउट-गाइड के भाग लेने की संभावना है। 
यह चल रही तैयारियां।
220 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले जंबूरी स्थल का पूरा साइड प्लान तैयार किया गया है। इसे पाली के ही आर्किटेक्ट सुंदर राठौड़ ने डिजाइन किया है। उसी के अनुरूप संरचनायें बनाई जा रही हैं। इसमें विभिन्न गतिविधियों एवं सांस्कृतिक आयोजनों के लिए लकड़ियों से विशाल स्टेडियम तैयार किया जा रहा है। इसका आकार 1400 गुना 1000 फीट रहेगा। इसके अलावा शिविरार्थियो के आवास के लिए 3500 टेंट लगा जा रहे हैं। वही आयोजन स्थल पर हॉस्पिटल, कॉन्फ्रेंस हॉल, हेलीपेड़, बिजली- पानी एवं सड़कों की व्यवस्था, एडवेंचर एक्टिविटी के लिए फील्ड आदि तैयार किए जा रहे हैं।
हर राज्य की बिखरेगी सांस्कृतिक छटा।
राष्ट्रीय जम्बूरी विविधता में एकता को सहेजने वाली भारतीय संस्कृति का दिग्दर्शन भी कराएगी। जम्बूरी प्रभारी बाबूसिंह राजपुरोहित एवं सीओ स्काउट पाली गोविंद मीणा ने बताया कि जम्बूरी स्थल पर भारत के हर प्रान्त की विशिष्ट सांस्कृतिक छटा भी बिखरेगी। राज्यवार प्रत्येक आवासीय ब्लॉक में सम्बंधित राज्य के स्काउट-गाइड एक मॉडल टेंट तैयार करेंगे। इसमें सम्बंधित राज्य की संस्कृति के अनुरूप आवास सज्जा से लेकर दैनिक उपयोग में काम आने वाली वस्तुओ का इस्तेमाल करते हुए मॉडल टेंट तैयार किये जाएंगे। इसकी प्रतियोगिता भी होगी। इसके अलावा राष्ट्रीय पर्वों की तर्ज पर झांकी प्रदर्शन भी होगा। इसमें भी सम्बंधित राज्य की कला,संस्कृति और धरोहरों को प्रदर्शित किया जाएगा। फूड प्लाजा कॉम्पिटिशन में हर प्रान्त के व्यजनों का भी प्रदर्शन किया जाएगा। हर प्रान्त अपना दिवस भी मनाएगा।
इस तरह रहेगी आवास व्यवस्था।
जंबूरी स्थल पर 100-100 टेंट के कुल 35 ब्लॉक तैयार की जा रहे हैं, इसमें कुल 3500 टेंट होंगे। हर ब्लॉक के साथ एक किचन रहेगा, जहां शिविरार्थियों के लिए भोजन आदि की व्यवस्था रहेगी। प्रत्येक टेंट के लिए 30 गुणा 40 वर्ग मीटर का प्लाट आरक्षित किया गया है, इसमें 14 गुणा 14 का टेंट लगेगा। वही शेष स्थान पर शिविरार्थी शू स्टैंड, बर्तन धोने एवं रखने का स्टैंड, कपड़े रखने का स्थान, किचन आदि तैयार करेंगे। एक टेंट में 9 शिविरार्थी एवं एक प्रभारी के ठहरने का प्रावधान किया गया है। 
साहसिक गतिविधियां करेंगी रोमांचित।
जम्बूरी में साहसिक गतिविधियां रोमांचित करेंगी। इसके लिए पृथक से स्थान आरक्षित कर फील्ड तैयार किये जा रहे है। स्काउट गाइड वहां एडवेंचर एक्टिविटी यथा राफ्टिंग, स्काई साइकलिंग, पैरासेलिंग, पैराग्लाइडिंग आदि में भाग लेंगे। पहली बार जम्बूरी स्थल पर ही वॉटर एक्टिविटीज भी होंगी। 
सजेंगे बाजार मिलेगी हर सुविधा।
जम्बूरी स्थल पर दो बाजार भी तैयार किए जा रहे हैं, इनमें 40-40 दुकानें रहेंगी। इन दुकानों पर शिविरार्थियों के लिए सब्जियां, फल, प्रोविजनल सामग्री, हेयर सैलून, स्टेशनरी, मोबाइल, दूध, गर्म कपड़े, राजस्थानी ड्रेसेस, खादी, हैंडीक्राफ्ट, मिट्टी के बर्तन ,आर्टिफिशियल ज्वेलरी आदि सभी तरह की वस्तुएं बिक्री के लिए उपलब्ध रहेंगी। वही 7 रेस्टोरेंट्स भी बनाए जा रहे हैं जिनमें राजस्थान के चटपटे व्यंजनों का लुत्फ ले सकेंगे। आयोजन स्थल पर ही रेल सुविधा काउंटर, बैंक एटीएम आदि सेवाएं भी उपलब्ध रहेंगी। 
पहली बार सूर्यकिरण और ऊंटों पर प्रदर्शन।
राष्ट्रीय जम्बूरी में पहला अवसर होगा जब उसमें सेना के जवानों की भी भागीदारी होगी। इसमें भारतीय वायुसेना के विमानों द्वारा राष्ट्रीय पर्वों पर किया जाने वाला सूर्यकिरण प्रदर्शन तथा बीएसएफ के जवानों द्वारा ऊंटों पर प्रदर्शन भी आकर्षण का केंद्र रहेगा।
विजिटर्स के लिए बनेंगे पास।
जम्बूरी आयोज के दौरान आमजन भी उसका अवलोकन कर सकेंगे। इसके लिए नियमानुसार विजिटर्स पास जारी किए जाएंगे। इसमें विजिट की तिथि अंकित रहेगी। बिना पास के किसी भी बाहरी व्यक्ति का जम्बूरी स्थल पर प्रवेश पूरी तरह से वर्जित रहेगा। 
सेवा भी, सैर भी।
जम्बूरी का उद्देश्य स्वयंसेवकों में अनुशासन, आत्मनिर्भरता और राष्ट्रीयता का भाव जागृत करना होता है। इसी उद्देश्य के तहत आयोज के दौरान विविध प्रान्तों से आए शिविरार्थियों को जोधपुर के सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण भी कराया जाएगा। वहीं स्काउट गाइड के देश भर की 52 प्रांतीय इकाइयों से आने वाले स्वयंसेवक 25-25 के समूह में रोहट और सोजत क्षेत्र के गांवों में स्वच्छ भारत अभियान के तहत श्रमदान कर स्वच्छता का संदेश भी देंगे। 
35 हजार बच्चे एक साथ गाएंगे जम्बूरी गीत।
18वीं राष्ट्रीय जम्बूरी को लेकर विषय गीत भी तैयार किया गया है। यह गीत पाली के ही अध्यापक दीपक जावा ने लिखा है। गीत में स्काउट गाइड कला के साथ साथ भारत और राजस्थानी संस्कृति का समावेश किया गया है। वीडियो के फिल्मांकन का काम लगभग पूर्ण किया जा चुका है। जम्बूरी गीत में संगीत जय वैष्णव , गायन  अशोक चौहान  दिव्या चौहान , काजल कँवर , ललिता चौधरी द्वारा किया गया है। इस गीत के प्रोमो को गत दिनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पाली प्रवास के दौरान लांच किया। इस गीत को पूरे देश मे प्रचारित किया जा रहा है। वहीं जम्बूरी स्थल पर 35000 बच्चे एक साथ इस गीत का गायन कर वर्ड रिकार्ड भी बनाएंगे। 
फैक्ट फाइल।
220 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला होगा जम्बूरी स्थल
35000 स्काउट-गाइड लेंगे भाग
1400 गुणा 1000 फ़ीट का होगा स्टेडियम
50 बेड का हॉस्पिटल 
3500 टेंट हो रहे तैयार
1700 शौचालय बनाएं जायँगे
1200 स्नानागार रहेंगे उपलब्ध
02 हेलीपेड बनाए गए हैं आयोजन स्थल पर
27 किलोमीटर लंबी ग्रेवल सड़कें होंगी जम्बूरी स्थल पर 
580 मीटर लंबी डामर सड़क मय डिवाइडर तैयार कर रहा रीको
06 लाख लीटर क्षमता की पेयजल टंकी भी बनवाई है रीको ने
यह होंगी एक्टिविटी।
जम्बूरी के दौरान 4 से 10 जनवरी तक प्रतिदिन विविध कार्यक्रम होंगे। इसमें शारीरिक एवं बौद्धिक प्रतियोगिताएं, एडवेंचरल एक्टिविटी, श्रमदान, शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि होंगे।जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी मुस्तेद
राष्ट्रीय जम्बूरी को सफल बनाने के लिए जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी मुस्तेदी से जुटे हुए हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्वयं व्यक्तिगत रुचि लेते हुए इसकी तैयारियों की समीक्षा और अवलोकन कर चुके हैं। वहीं शिक्षामंत्री डॉ बी.डी. कल्ला, राजस्थान भारत स्काउट प्रेसिडेंट गोविंदसिंह डोटासरा, प्रभारी मंत्री  टीकाराम जुली आदि ने भी जम्बूरी स्थल का दौरा कर तैयारियों का जायजा लिया है। राज्य संयुक्त आयुक्त स्काउट एवं पूर्व मुख्य सचिव निरंजन आर्य आयोजन स्थल पर एक-एक कार्य की बारीकी से मोनिटरिंग कर रहे हैं। जिला कलेक्टर  नमित मेहता के निर्देशन में पूरा प्रशासन तथा शिक्षा विभाग की टीम जम्बूरी को ऐतिहासिक बनाने के लिए दिन रात मेहनत कर रही है। 
अब तक का श्रेष्ठ आयोजन होगा।
राज्य मुख्य आयुक्त (स्काउट) सेवानिवृत्त आइएएस निरंजन आर्य ने बताया कि राजस्थान में हो रही स्काउट जम्बूरी अब तक का श्रेष्ठ आयोजन होगा। राज्य सरकार और खास कर मुख्यमंत्री का इस पर पूरा फोकस है। मुख्यमंत्री आयोजन की तैयारियों पर पूरी नजर रखें हुए है और स्वयं भी आयोजन स्थल का अवलोकन कर चुके हैं। आर्य ने बताया कि जम्बूरी की व्यवस्थाओ को लेकर 35 वर्किंग कमेटियां बनाई गई हैं। इसमें 18 आइएएस अधिकारियों की भी सेवाएं ली जा रही हैं। वहीं सब कमेटियों का भी गठन किया जा रहा है। आर्य ने कहा कि आयोजन स्थल पर आगामी 15 दिसम्बर तक करीब करीब सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी।