जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
एसीबी की इंटेलिजेंस इकाई की ओर से डेवलप किए गए इनपुट पर एसीबी की विभिन्न टीमों ने छापेमारी की कार्रवाई की है। सार्वजनिक निर्माण विभाग कोटपूतली के अधिशासी अभियंता कार्यालय के खंडीय लेखाधिकारी महिपाल सिंह के तीन अलग-अलग ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान अब तक महिपाल सिंह की वैध आय से 200 प्रतिशत अधिक की अघोषित संपत्ति उजागर हुई है। इसके साथ ही आरोपी के कुछ बैंक लॉकर का भी पता चला है जिन्हें अभी खंगाला जाना शेष है।डीजी एसीबी बीएल सोनी ने बताया कि खंडीय लेखाधिकारी महिपाल सिंह के खिलाफ एसीबी की इंटेलिजेंस विंग को कुछ इनपुट मिले थे जिसे डेवलप करने के बाद छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया गया। आरोपी के कोटपूतली और जयपुर स्थित तीन ठिकानों पर छापेमारी की गई। इसमें आय से अधिक संपत्ति उजागर होने पर पीसी एक्ट में प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान शुरू किया गया है।आरोपी की ओर से 2.63 करोड़ रुपए की अवैध संपत्ति अर्जित की गई है जो उसकी वैध आय से 200% अधिक है। आरोपी ने अवैध आय को जयपुर और कोटपूतली में आवासीय, व्यावसायिक, भूखंडों, फ्लैटों, म्यूच्यूअल फंड व इंश्योरेंस आदि में निवेश किया। आरोपी के जयपुर स्थित मकान से 10.23 लाख रुपए से अधिक की नकदी, 1 किलो सोने के बिस्किट, 372 ग्राम सोने के आभूषण, 2 लग्जरी वाहन व काफी संख्या में चल अचल संपत्तियों के दस्तावेज बरामद किए गए। आरोपी के कोटपूतली स्थित कार्यालय और आवास से 2 स्टोन क्रेशर, खनन लीज के दस्तावेज और बैंक लॉकर के दस्तावेज बरामद किए गए। फिलहाल आरोपी के विभिन्न ठिकानों पर अभी भी सर्च की कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है जिसमें और अधिक अघोषित संपत्ति उजागर होने की संभावना है।