जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि क्षतिपूरक वनीकरण कोष प्रबंधन एवं योजना प्राधिकरण (CAMPA) के फंड का समुचित एवं समयबद्ध रुप से उपयोग सुनिश्चित किया जाए। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कैम्पा फंड के माध्यम से अधिक से अधिक पौधारोपण करवाया जाए ताकि वन भूमि और इको सिस्टम सुरक्षित रहे। शर्मा शासन सचिवालय स्थित अपने कक्ष में राजस्थान स्टेट कैम्पा की स्टीयरिंग कमेटी की अध्यक्षता कर रहीं थी। उन्होंने उक्त बैठक में कैम्पा के पांच सूत्री एजेण्डा पर अधिकारियों से विस्तार से चर्चा की। इस मौके पर मुख्य सचिव ने कैम्पा फंड के अंतर्गत जमा, प्राप्ति और खर्च राशि का ब्यौरा लिया। साथ ही उन्होंने वर्ष 2022-23 की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने इस अवसर पर कैम्पा की वार्षिक रिपोर्ट 2021-22 को मंजूरी दी साथ ही वर्ष 2010-11 से 2021-22 का असेट्स रजिस्टर भी रिलीज किया। उन्होंने अंतर्विभागीय समन्वय स्थापित कर कैम्पा के कार्यों को सम्पादित करने के अधिकारियों को निर्देश दिए। बैठक में प्रमुख शासन सचिव, वन विभाग शिखर अग्रवाल ने कैम्पा से जुड़े विभिन्न बिन्दुओं पर जानकारी देते हुए आश्वस्त किया कि सभी कार्य समयबद्ध रुप से सम्पादित किए जाएंगे। उन्होंने इस सम्बन्ध में प्रदेश में मौजूद संभावनाओं और भावी कार्ययोजना की भी विस्तार से जानकारी दी। स्टेट कैम्पा की सीईओ शिखा मेहरा ने बैठक में प्रस्तुतिकरण के माध्यम से कैम्पा फंड से करवाए जा रहे कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने 2017-18 से लेकर 2019-20 तक सी-डैक के माध्यम से सम्पादित करवाए गए थर्ड पार्टी मूल्यांकन के परिणामों को समिति के समक्ष प्रस्तुत किया। बैठक में चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन अरिंदम तोमर, पीसीसीएफ (डवलपमेंट) एम. के. गर्ग भी मौजूद रहे। वहीं स्टेट कैम्पा के गैर सरकारी सदस्य एवं पूर्व सांसद रघुवीर मीणा, वन एवं पर्यावरण मंत्रालय, भारत सरकार के आईआरओ डॉ. श्रवण वर्मा समेत वित्त विभाग, आयोजना विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग एवं पंचायतीराज विभाग के वरिष्ठ अधिकारी वीसी के माध्यम से ऑनलाइन उपस्थित रहे।
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