जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
आवासन आयुक्त पवन अरोडा ने बताया कि राजस्थान आवासन मण्डल के नवाचारों एवं कायाकल्प के लिये हाउसिंग श्रेणी में एक बार फिर स्कॉच गोल्ड अवॉर्ड के लिये चयनित किया गया है। मण्डल को लगातार दूसरे वर्ष यह सम्मान अर्जित करने का गौरव प्राप्त हुआ है। आवासन आयुक्त ने इस सफलता के लिये सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा है कि यह उपलब्धि मण्डल की टीम के सामूहिक प्रयासों एवं मेहनत का परिणाम है। अरोड़ा ने बताया कि विगत वर्षों में नीलामी उत्सव, ई-बिड सबमिशन एवं ई-ऑक्शन जैसे नवाचारों के जरिये 16 हजार से अधिक अधिशेष सम्पत्तियों के निस्तारण, कोचिंग हब, विधायक आवास, मुख्यमंत्री जन आवास योजना, एआईएस एवं एसएस रेजीडेंसी, जयपुर चौपाटी जैसी परियोजनाओं तथा प्रशासनिक सुधार के लिये किये गये सफल प्रयासों के चलते राजस्थान आवासन मण्डल ने नई पहचान कायम की है। मण्डल के अधिकारियों-कार्मिकों की मेहनत एवं कार्यकुशलता से मंडल को राष्ट्रीय स्तर पर एक के बाद एक अवॉर्ड एवं सम्मान प्राप्त हो रहे हैं। इससे आमजन में मण्डल की प्रतिष्ठा फिर से कायम हुई है। आवासन आयुक्त ने बताया कि बीते करीब साढे तीन वर्षों में मण्डल को इण्डियन बिल्डिंग कांग्रेस, नेशनल रियल एस्टेट काउंसिल नई दिल्ली, स्कॉच ग्रुप जैसी संस्थाओं से कई पुरस्कार एवं सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। वर्ष 2020 में नीलामी उत्सव के तहत मात्र 12 दिन में 185 करोड़ रूपये मूल्य की 1213 सम्पत्तियों के विक्रय, वर्ष 2019 में मात्र 35 कार्यदिवसों में 1010 मकान बेचने तथा मानसरोवर एवं प्रताप नगर चौपाटी में नवम्बर, 2021 से मार्च, 2022 के दौरान पहले 5 माह में 6 लाख 10 हजार 670 लोगों के प्रवेश (फुट-फॉल) को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्डस ने अन्तर्राष्ट्रीय कीर्तिमान के रूप में मान्यता दी है। हाउसिंग कैटेगरी में वर्ष 2021 के स्कॉच गोल्ड अवॉर्ड के बाद स्कॉच गोल्ड अवॉर्ड- 2022 इसी दिशा में एक और कडी है।
0 टिप्पणियाँ