चित्तौड़गढ़-गोपाल चतुर्वेदी।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आने की तैयारियां जोरों शोरों से चल रही है। लेकिन वहीं, कई महीनों से कलेक्ट्री चौराहे पर बंद पड़ी सिग्नल लाइट बार बार बोले जाने के बावजूद भी ठीक नहीं हो पा रही है। इसके लिए ट्राफिक इंचार्ज ने कई बार नगर परिषद को सूचना दी है। अब जब मुख्यमंत्री का दौरा होने वाला है तो ट्रैफिक सिग्नल को ठीक करने के लिए मिस्त्री ढूंढा जा रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुजरात से 21 नवंबर को गुजरात को उदयपुर पहुंचेंगे और वहीं पर रुकने के बाद अगले दिन सुबह 22 नवंबर को चित्तौड़ आएंगे। यहां उनके द्वारा 130 करोड़ के विकास कार्य का उद्घाटन, लोकार्पण और शिलान्यास किया जाएगा। मुख्य तौर पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के मूर्तियों का अनावरण किया जाएगा। इसके चलते क्षेत्र में कई काम करवाए जा रहे हैं। ऐसे में कई महीनों से अटका हुआ सबसे व्यस्तम कलेक्ट्री चौराहे का ट्रैफिक सिग्नल अभी तक ठीक नहीं करवाया गया। ट्रैफिक इंचार्ज सुरेश चंद्र ने बताया कि नगर परिषद सभापति संदीप शर्मा को ट्रैफिक सिग्नल ठीक करवाने के लिए बोला गया था। उन्होंने मिस्त्री का इंतजाम करवाने की बात कही। जबकि इससे पहले भी उनसे दो चार बार बात की गई थी। लेकिन उन्होंने बजट नहीं होने का हवाला दिया। ऐसे में पुलिस को ज्यादा भीड़ हो जाने पर ट्रैफिक कंट्रोल करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कड़ी धूप और बारिश में भी यहां खड़े होकर ड्यूटी देनी पड़ी थी। लाइट बंद होने से आम आदमी को रुकने के बारे में अंदाजा नहीं होता। चारों तरफ से आ रहे हैं गाड़ियों को रोकना भी मुश्किल हो जाता है। बता दे कि मुख्यमंत्री का काफिला इसी सड़क से होता हुआ गुजरेगा और यह चित्तौड़गढ़ का मुख्य पॉइंट है, जहां से चारों तरफ से ट्रैफिक आता है।कलेक्ट्रेट का ऑफिस और एसपी ऑफिस होने के कारण यहां ट्रैफिक भी बहुत ज्यादा होता है।