चित्तौड़गढ़-गोपाल चतुर्वेदी।
चित्तौड़गढ़ जिले के शंभूपुरा थाना क्षेत्र में सावा के एक खनन कारोबारी का मामला अब हाईप्रोफाइल मामला बनता जा रहा है। इसमें नित्य नए केस शंभूपुरा थाने में दर्ज हो रहे हैं, वही इसी मामले में जावेद खान ने अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताते हुए शंभूपुरा थाने में दो लड़कियों और अनीस की बातचीत कई ऑडियो टेप पुलिस को सौंपते हुए प्रकरण दर्ज कराया है। जिसकी जांच पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने मुख्यालय पर पदस्थापित डीएसपी लादुराम को सौंपी है। इस पूरे मामले में खनन व्यवसाई जावेद खान ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बताते हुए पूरे मामले को चित्तौड़गढ़ की राजनीति से जोड़ते हुए राजनीति और बड़ी मात्रा में जमीनों का अवैध अतिक्रमण से प्रेरित बताया है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि अनीस ने पुराने प्रॉपर्टी विवाद और मोटी रकम एठने और छवि खराब करने के इरादे से उसने कुछ युवतियों को आगे करके बदनाम करने के लिए झूठा मुकदमा दर्ज कराकर साजिश रची है। जावेद ने बताया कि यह सारा खेल अनीस का रचा हुआ है। उन्होंने बताया कि उनके पिता शेरखान समाजसेवी रहे हैं और वह भी अपने पिता की उसी कार्य व विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। जिसके चलते उनके परिवार जन ही इसमें रूकावट पैदा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके ऊपर लगाए गए झूठे आरोपों के चलते वह और उनका परिवारजन सदमे में है। पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने इस हाईप्रोफाइल मामले में शंभूपुरा थाने की एक महिला कांस्टेबल पर भी तुरंत कार्रवाई की। पुरा मामला मीडिया में छाए रहने से पुलिस अधीक्षक राजेंद्र दुष्यंत ने इस पूरे मामले की जांच डिप्टी लादूराम को सौंपी है। गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से इस हाईप्रोफाइल मामले में कई नए ऑडियो क्लिप रोजाना सामने आ रहे हैं जिसके चलते भी यह प्रकरण अब बहुचर्चित प्रकरण बन गया है। जिसमें जानकार सूत्रों के अनुसार इस पूरे मामले का सूत्रधार अनीस बताया जा रहा है जो कि अलग-अलग तरीके से खनन व्यवसाई जावेद पर दबाव बनाकर अवैध तरीके से जमीनों को हथियाना चाहता है। बरहाल पुलिस इस पूरे मामले को गंभीरता से ले रही है और फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। और हर पहलू पर जांच करके सत्यता को सामने लाने का प्रयास कर रही है।
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