जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
राजस्थान कांग्रेस में चल रहे सियासी घटनाक्रम के बीच विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मुलाकात सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है। कैबिनेट मंत्री लालचंद कटारिया, सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना राज्य मंत्री राजेंद्र यादव और कांग्रेस विधायक रोहित बोहरा के साथ विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी ने महाराष्ट्र के जलगांव में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी से मुलाकात की। सूत्रों की मानें तो दोनों के बीच अकेले में काफी देर तक बातचीत हुई थी। अब इस बातचीत के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं, सियासी हलकों में चर्चा है कि क्या सीपी जोशी खुद राहुल गांधी से मुलाकात के लिए पहुंचे थे या फिर राहुल गांधी की ओर से उन्हें बुलाया गया था। सियासी जानकार राहुल गांधी और विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी की मुलाकात को सियासी घटनाक्रम से भी जोड़कर देख रहे हैं। वहीं चर्चा यह भी है कि मुलाकात के बहाने राहुल गांधी ने राजस्थान में चल रहे सियासी घटनाक्रम पर विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी से फीडबैक लिया है। इसके अलावा विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख जयराम रमेश से भी जलगांव में लंबी मुलाकात हुई थी, कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार के साथ की सीपी जोशी की चर्चा हुई थी।
कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे सीपी जोशी के पास।
दरअसल 25 सितंबर को गहलोत कैंप की ओर से समानांतर विधायक दल की बैठक बुलाने और पार्टी की आधिकारिक बैठक का बहिष्कार करने वाले गहलोत समर्थक 92 विधायकों के इस्तीफे भी विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी के पास है जिस पर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है। ऐसे में चर्चा यह भी है विधायकों के इस्तीफे को लेकर भी राहुल गांधी की जोशी के बीच भी कोई चर्चा हुई हो।
राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं सीपी जोशी।
विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का करीबी माना जाता है। साल 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में भीलवाड़ा से सांसद चुने जाने के बाद राहुल गांधी की सिफारिश पर सीपी जोशी को यूपीए सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। इसके साथ ही वो पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य भी रहे थे। हालांकि 2018 के विधानसभा चुनाव में नाथद्वारा से जीत दर्ज करने के बाद सीपी जोशी को विधानसभा में स्पीकर बनाया गया था।
3 दिसंबर को राजस्थान में प्रवेश करेगी भारत जोड़ो यात्रा।
वहीं कन्याकुमारी से शुरू हुई कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 3 दिसंबर को मध्य प्रदेश से राजस्थान के झालावाड़ जिले के पिडावा में प्रवेश करेगी, जहां पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित अन्य नेता यात्रा का स्वागत करेंगे। यात्रा 21 दिनों तक राजस्थान में रहेगी और उसके बाद हरियाणा में प्रवेश कर जाएगी।