जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
राज्य निर्वाचन आयोग ने ग्रेटर नगर निगम जयपुर के मेयर चुनाव की प्रक्रिया (काउंटिंग और रिजल्ट) पर रोक लगा दी है। राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशों के बाद निर्वाचन अधिकारी ने मतगणना का कार्य फिलहाल रोक दिया है और मतों को लिफाफे में पैक कर दिया गया है।  चुनाव परिणाम की घोषणा अब हाईकोर्ट के निर्णय के अनुसार ही की जाएगी। इससे पहले गुरुवार सुबह हाईकोर्ट ने जयपुर ग्रेटर नगर निगम मेयर सौम्या गुर्जर को बर्खास्त करने के सरकार के आदेश को रद्द कर दिया है। 
नए घटनाक्रम के बाद बाद पूर्व मेयर सौम्या गुर्जर के फिर से मेयर बनने की संभावना बढ़ गई है। लेकिन अभी तक सौम्या गुर्जर को हाईकोर्ट से विधिवत रूप से आदेश की प्रति प्राप्त नहीं हुई है। लेकिन हाईकोर्ट ने आदेश की प्रति अपने वेबसाइट पर जारी कर दी है।इससे पहले 23 सितंबर को सरकार द्वारा जारी आदेश को रद्द करते हुए जस्टिस महेंद्र गोयल ने कहा कि सरकार सौम्या को ज्युडिशियल जांच में सुनवाई के मौके देकर नए सिरे से आदेश जारी करे। गौरतलब है कि सौम्या गुर्जर ने उन्हें बर्खास्त करने के सरकार के आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। जानकारों के मुताबिक यदि मेयर के चुनाव परिणाम जारी भी हो जाते हैं तो हो सकता है कि यह हाईकोर्ट के फैसले के अधीन रहे।बर्खास्त मेयर सौम्या गुर्जर की चुनाव पर रोक लगाने की याचिका पर गुरुवार को सुनवाई करते हुए एकलपीठ के जस्टिस महेंद्र कुमार गाेयल ने सरकार को निर्देश दिए हैं कि पूर्व मेयर के बर्खास्तगी के ऑर्डर को विड्रॉ करके नया ऑर्डर जारी करें और आधे घंटे में इस बारे में कोर्ट को सूचित करें।अन्यथा सौम्या की रिट को अलाऊ करें। सरकार के महाधिवक्ता ने इतना ही कहा कि सौम्या गुर्जर को अब नोटिस जारी किए जाएंगे और सुनवाई कर आगे की प्रक्रिया तय की जाएगी।हाईकोर्ट के आदेश के बाद सौम्या गुर्जर ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया से मुलाकात की और कोर्ट की स्थिति से अवगत कराया। इस मुलाकात के बाद नई स्थिति को देखते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और संगठन महामंत्री चंद्रशेखर शर्मा ने मंत्रणा की है ।