जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
मुख्य सचिव उषा शर्मा की अध्यक्षता में शासन सचिवालय में पुनरुत्थान राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान की राज्य स्तरीय स्टीयरिंग समिति की बैठक आयोजित हुई। उन्होंने राज्य में अभियान के तहत आधारभूत ढ़ाचे के निर्माण कार्यों , प्रशिक्षण कार्यक्रमों तथा विभिन्न पोर्टलों पर प्रगति की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने अभियान के तहत स्वीकृत कार्यों को जल्दी से जल्दी पूरा करने के निर्देश दिये। मुख्य सचिव ने कहा कि सतत विकास लक्ष्यों को स्थानीय स्तर पर प्राप्त करने के लिए पंचायती राज संस्थाओं के शासकीय क्षमता संवर्धन के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने प्रशिक्षण मॉड्यूल और सामग्री सहित क्षमता निर्माण के सभी क्रियाकलापों को समयबद्धता के साथ पूरा करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि पंचायतों को मजबूत करने से सामाजिक न्याय और समुदाय के आर्थिक विकास के साथ-साथ समानता और समावेशन को बढ़ावा मिलेगा।
इसके अलावा पंचायती राज संस्थाओं द्वारा ई-गवर्नेंस के अधिक उपयोग से बेहतर सेवा वितरण और पारदर्शिता हासिल करने में भी मदद मिलेगी। पंचायती राज विभाग के सचिव नवीन जैन ने बताया कि अभियान के तहत सतत् विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण की 9 थीमों-गरीबी मुक्त गांव, स्वस्थ गांव, बच्चों के अनुकूल गांव, जल की पर्याप्त उपलब्धता वाले गांव, स्वच्छ और हरित गांव, गांव में आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचे वाले गांव, सामाजिक रूप से सुरक्षित गांव, सुशासन वाले गांव तथा महिला अनुकूल गांव, को आधार बनाकर जनप्रतिनिधियों, हितधारकों तथा कार्मिकों के क्षमता संवर्धन के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करवाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम 9 नवम्बर से शुरू किया जा रहा है। इसके बाद ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने अभियान के अन्तर्गत विभिन्न विकास योजनाओं की प्रगति तथा विभिन्न पोर्टलों पर प्रगति की प्रजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी। बैठक में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के प्रमुख शासन सचिव अभय कुमार, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के शासन सचिव डॉ. समित शर्मा के अतिरिक्त संबंधित विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।
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