सवाई माधोपुर-हेमेन्द्र शर्मा।
कुछ सामाजिक संघठनों द्वारा पीड़ित को न्याय दिलाने के नाम पर किस प्रकार पीड़ित परिवार से रुपये ऐंठे जाते है इसकी एक बानगी सवाई माधोपुर में साफ तौर ओर देखने को मिली है । दरअसल जिले के बामनवास थाना क्षेत्र के एक गांव से करीब एक माह पुर्व कुछ दबंगों द्वारा एक नाबालिग बालिका का अपहरण कर लिया गया। जिसे लेकर पीड़ित परिवार द्वारा आरोपियों के खिलाफ बामनवास थाने में मामला दर्ज करवाया गया । लेकिन एक माह गुजरने के बाद भी पुलिस द्वारा नाबालिग को बरामद नही करने एंव पुलिस द्वारा मामले में कोई भी कार्यवाही नही करने को लेकर परेशान पीड़ित परिवार जिला मुख्यालय पहुँचा और जिला कलेक्टर एंव पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर न्याय की गुहार लगाई।
इसी दौरान प्रगतिशील महिला फैडरेशन की शबनम बनो पीड़ित परिवार के सम्पर्क में आई।प्रगतिशील महिला फैडरेशन की शबनम बानो ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का झांसा देकर पीड़ित परिवार से कहा कि वो उनके साथ है। मगर पीड़ित परिवार को अपनी नाबालिग बालिका को पाने एंव आरोपियों को गिरफ्तार करवाने एंव न्याय पाने के लिए कलेक्ट्रेट के समक्ष धरने पर बैठना होगा । न्याय की आस में पीड़ित परिवार शबनम बानो के झांसे में आ गया । इस दौरान शबनम बानो ने पीड़ित परिवार से कहा कि धरने पर भीड़ जुटाने के लिए वो कुछ महिलाओं को धरने पर लायेगा। ऐसे में शबनम ने धरना स्थल पर भीड़ जुटाने एंव मीडया मैनेज करने के नाम पर पीड़ित परिवार से 10 हजार रुपये की मांग की । शबनम द्वारा पीड़ित परिवार से धरना स्थल पर भीड़ एकत्रित करने के नाम पर अब तक 5 हजार ले लिए गए । पीड़ित परिवार की एक महिला पीड़ित ने बताया कि 24 घंटे में न्याय दिलाने का झांसा देकर शबनम बानो ने कम्युनिस्ट पार्टी के रामगोपाल गुंसारिया के सामने उनसे 5 हजार रुपये ले लिए । पीड़ित परिवार को धरने पर बैठे आठ दिन हो गए मगर अभी तक पीड़ित परिवार को न्याय नही मिल पाया । पीड़ित परिवार का कहना है कि एक तो पुलिस द्वारा एक माह बाद भी उनकी नाबालिग बालिका को बरामद नही किया गया। वही ना ही अभीतक नामजद होने के बावजूद पुलिस द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। ऊपर से उनकी सहायता करने का आश्वासन और झांसा देकर प्रगतिशील महिला फैडरेशन की शबनम बानो द्वारा उनसे पांच हजार रुपये भी ऐंठ लिए गए । बड़ी बात ये है कि एक ओर जहाँ पीड़ित परिवार को न्याय नही मिल रहा वही न्याय दिलाने के नाम पर कुछ संगठन पीड़ित परिवार की मजबूरी का फायदा उठाकर रुपये ऐंठने से भी बाज नही आ रहे । ऐसे में प्रशासन को इस तरह के कृत्य करने वालो के खिलाफ कठोर कदम उठाने चाहिए। ताकि भविष्य में कोई और पीड़ित परिवार ऐसे फर्जी लोगो से बच सके।
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