अलवर ब्यूरो रिपोर्ट।
शिक्षा मंत्री एवं अलवर जिले के प्रभारी डॉ. बी.डी कल्ला ने कहा कि राज्य सरकार ने हर वर्ग और हर तबके को मुख्यधारा में लाने हेतु कल्याणकारी योजनाएं संचालित की है, जागरूक रहकर इन योजनाओं का लाभ उठाए। डॉ. कल्ला एवं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली ने राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी वित्त एवं विकास निगम के सौजन्य से व अनुजा निगम अलवर की ओर से स्कीम न. 8 स्थित श्री आदिनाथ जैन बीएड कॉलेज में लगाए गए एक दिवसीय जागरूकता शिविर का शुभारम्भ कर लाभार्थियों को ऋण स्वीकृति आदेश व ऋण माफी प्रमाण पत्र वितरित किए।
प्रभारी मंत्री डॉ. कल्ला ने कहा कि दिव्यांगजनों की सहायतार्थ सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में अलवर जिले में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग व जिला प्रशासन के नवाचार सक्षम अलवर अभियान से बडी संख्या में दिव्यांगजन लाभांवित हुए हैं। इसके परिणामस्वरूप पूरे देशभर में अलवर जिला दिव्यांग कल्याण के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ जिले के रूप में चयनित हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं से अंतिम छोर तक के व्यक्तियों को संबल मिल रहा है। उन्होंने चिंरजीवी योजना, महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय, इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना योजना समेत राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं के बारे में विस्तार से अवगत कराते हुए कहा कि इन योजनाओं का लाभ लेवे।समाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री जूली ने कहा कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के द्वारा करीब 150 योजनाएं संचालित है। ये योजनाएं जरूरतमंद व्यक्तियों को सशक्त बनाने में बहुत कारगर साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के माध्यम से करीब एक करोड 20 लाख व्यक्ति लाभांवित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि योजनाओं से जुडने की प्रक्रिया को सरकार द्वारा बहुत सुगम किया गया है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन ऑनलाइन मात्र ढाई मिनट में स्वीकृत हो रही है। इसी प्रकार छात्रवृति में अनावश्यक प्रक्रियाओं को हटा दिया गया है। उन्होंने सामाजिक सुरक्षा पेंशन, पालनहार, दिव्यांगजनों को स्कूटी वितरण, कोरोना सहायता, अम्बेडकर डीबीटी वाउचर आदि योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक रविकान्त ने बताया कि शिविर में राज्य सरकार की बजट घोषणा के क्रियान्वयन में अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछडा वर्ग, दिव्यांगजन एवं सफाई कर्मचारियों के व्यक्तियों को स्वरोजगार हेतु वर्ष 2015-16 तक दिये गये 2 लाख तक के बकाया ऋण एवं ब्याज माफ किये गये है जिसमें जिले में कुल 498 लाभार्थियों के 2 करोड 55 लाख 75 हजार रुपये के ऋण माफी प्रमाण पत्र भी वितरित किये गये है। जिसमें अनुसूचित जाति वर्ग के 221 व्यक्तियों का 1 करोड 2 लाख 43 हजार रुपये, अनुसूचित जनजाति वर्ग के 184 व्यक्तियों का 1 करोड 60 हजार रुपये, अन्य पिछडा वर्ग के 33 लाभार्थिंयो का 18 लाख 93 हजार रुपये, दिव्यांगजन वर्ग के 32 व्यक्तियों का 18 लाख 28 हजार रुपये, सफाई कर्मचारी वर्ग के 28 लाभार्थियों का 15 लाख 51 हजार रुपये बकाया ऋण एवं ब्याज माफ किये गये है। उन्होंने बताया कि शिविर में निगम द्वारा ई-मित्र की व्यवस्था कर मौके पर ही अनुसूचित जाति वर्ग के 170, जनजाति वर्ग के 55, पिछडा वर्ग के 31, दिव्यांगजन के 19, सफाई कर्मचारी के 9 आवेदन करवाये गये। उन्होंने बताया कि आवेदन से शेष आवेदकों भी नवीन आवेदन नजदीकी ई-मित्र के माध्यम आवेदन कर सकते है।
शिविर में इन्हें मिला व्यावसाय हेतु ऋण राशि का लाभ।
उन्होंने बताया कि निगम द्वारा थानागाजी निवासी कर्मा देवी को किराना की दुकान हेतु 24 हजार रूपये, बानसूर निवासी हनुमान को भैस डेयरी हेतु 1 लाख 80 रूपये, बानसूर के बांढ धूंधला कस्बा निवासी सुरेन्द्र को जनरल स्टोर हेतु 2 लाख 40 हजार रूपये, लक्ष्मणगढ के चिमरावली सिख निवासी राजूकुमार को लघु व्यवसाय हेतु 24 हजार रूपये एवं खदाना मौहल्ला अलवर निवासी सिकन्दर को सुकर पालन हेतु 25 हजार रूपये राशि की किश्त शिविर में ही जारी की गई। इस दौरान जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी, अनुजा निगम के एमडी रामोतार मीना, राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी वित्त एवं विकास निगम के प्रबंध निदेशक प्रभात कुमार सिंह, राज्य अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास आयोग के उपाध्यक्ष अवधेश दिवाकर, राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य प्रकाश हडाले, एडीएम द्वितीय जितेन्द्र सिंह नरूका, पूर्व सभापति मुकेश सारवान सहित प्रबुद्ध व्यक्ति, संबंधित अधिकारी एवं बडी संख्या में आमजन उपस्थित थे।
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