जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा कैबिनेट की बैठक में ओबीसी विसंगतियों के मामले को लेकर निर्णय नहीं होने पर बायतु विधायक और पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी ने ट्वीट कर खुली बगावत के संकेत दिए हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में स्पष्ट तौर पर लिखा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी मैं स्तब्ध हूं, आखिर क्या चाहते है आप ? मैं ओबीसी वर्ग को विश्वास दिलाता हूं कि इस मामले को लेकर जो लड़ाई लड़नी पड़ेगी लडूंगा। फिलहाल हरीश चौधरी हिमाचल प्रदेश में चुनावी दौरे पर है। 
ओबीसी आरक्षण को लेकर बाड़मेर से लेकर जयपुर तक प्रदर्शन कर चुके हरीश चौधरी अब सीएम गहलोत की कार्यशैली से बेहद नाराज है। पिछले महीने ही जयपुर में अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ ओबीसी आरक्षण को लेकर धरना दिया। उस समय सीएम गहलोत ने आश्वासन दिया था कि शीघ्र ओबीसी आरक्षण विसंगतियों को दूर कर दिया जाएगा। राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेंद्र यादव ने भी कैबिनेट मीटिंग के बाद ट्वीट कर लिखा कि सीएम गहलोत ने अहमदाबाद में वार्ता हुई तब सीएम ने कहा था कि ओबीसी आरक्षण की विसंगतियों को कैबिनेट की मीटिंग में दूर कर देंगे। लेकिन कैबिनेट मीटिंग में यह देखने को नहीं मिला। इसकी वजह से ओबीसी के युवा हताशा हैं। उपेंद्र यादव ने ट्वीट कर कहा- बेरोजगारों की विभिन्न मांगों को लेकर सीएमओ से हमारे प्रतिनिधिमंडल की जल्द वार्ता होगी। उसमें मजबूती से आपकी आवाज उठाऊंगा। जब तक ओबीसी के युवाओं को न्याय नहीं मिल जाता तब तक आपके लिए संघर्ष करता रहूंगा। राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के उपेंद्र यादव ने मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास को ट्वीट कर चेतावनी दी है कि सोशल मीडिया के माध्यम से हमें पता चला है कि कैबिनेट बैठक में ओबीसी आरक्षण की विसंगतियों तो दूर करने का फैसला होने वाला था, लेकिन आपने इस फैसले का विरोध किया। यह बात सत्य है तो आप भी तैयार रहे। अब युवा आपका भी खुलकर विरोध करेंगे और 2023 दूर नहीं है।