चित्तौड़गढ़ - गोपाल चतुर्वेदी
चित्तौड़गढ़ जिले के पुठोली क्षेत्र में संचालित हो रहे हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड मे कुछ ही महीनों के अंतराल में एक बार फिर से भीषण आगजनी की घटना घटित हुई,  जिसकी सूचना मिलने पर नगर परिषद सहित कई अन्य औद्योगिक क्षेत्रों से करीब एक दर्जन से अधिक दमकलो ने 3 घंटे से अधिक समय तक मशक्कत करने के बाद आग पर काबू पाया l 
जानकारी के अनुसार हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड हाइड्रा वन प्लांट में देर शाम अचानक से आग लग गई जिससे आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में आग की लपटों और धुएं का गुबार दिखाई देने से अफरा तफरी का माहौल देखा गया, वही आगजनी की सूचना मिलने पर चित्तौड़गढ़ नगर परिषद सहित अन्य औद्योगिक क्षेत्रों से एक दर्जन से अधिक दमकल घटनास्थल पर पहुंची और करीब 3:30 घंटे की मशक्कत के बाद देर रात तक आग पर काबू पाया l 
वहीं हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस आगजनी की घटना में हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड को 12 करोड़ से अधिक का नुकसान होने का अनुमान जताया जा रहा है हालांकि इस आगजनी की घटना में जान माल की हानी नहीं हुई है l
लेकिन हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड में कुछ महीनों के अंतराल में लगातार हो रही आगजनी और बॉयलर फटने की घटनाओं से कहीं ना कहीं हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड की सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नवाचक चिन्ह लगता है कि आखिर क्या कारण है कि 4 महीने के अंतराल में इस तरह की घटना घटित हुई है, कुछ महीनों पूर्व हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड में ही बॉयलर फटने की घटना में आधा दर्जन से अधिक अधिकारी और कर्मचारी झुलस गए थे जिनकी हालत गंभीर होने पर उन्हें अहमदाबाद  उपचार के लिए भेजा गया था लेकिन अभी तक उन लोगों के स्वास्थ्य के बारे में हिंदुस्तान जिंक की तरफ से अधिकारी पुष्टि नहीं की गई है और एक बार फिर से रविवार देर शाम हुई इस आगजनी घटना ने  हिंदुस्तान जिंक प्रशासन के उच्च सुरक्षा संबंधी दावे पर सवालिया निशान लगा दिया है।
वहीं इस घटना की सूचना मिलने पर जिला कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल सहित कई अन्य प्रशासनिक अधिकारी देर रात तक हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड में मौजूद रहे l