जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल आज जयपुर आ रहे हैं। औपचारिक रूप से वे भारत जोड़ो यात्रा की तैय्यारियों की समीक्षा करेंगे लेकिन सबसे बड़ी बात वो सन्देश है जो वे सीएम गहलोत और पायलट को देंगे। गहलोत के पायलट को गद्दार कहने के बाद दोनों नेता पहली बार आमने सामने होंगे। सूत्रों की माने तो राहुल गाँधी ने वेणुगोपाल के ज़रिये यह सन्देश भिजवाया है कि दोनों नेता यथा स्थिति बनाए रखें और संयम से काम लें। वैसे सोमवार को अपनी प्रेस वार्ता में दोनों नेताओं को पार्टी के लिए एसेट बताकर राहुल ने तल्खी बहुत हद तक कम कर दी है।  माना जा रहा है कि गुजरात चुनाव नतीजों के बाद ही प्रदेश में कोई निर्णय होगा। यह भी तय है कि विधयकों का बहुमत गहलोत के साथ है सो पायलट के सीएम बनने का कोई चांस नजर नहीं आता।  कुल मिलाकर अगर कांग्रेस आलाकमान प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन करता भी है तो सीपी जोशी ही वो व्यक्ति हैं जो दोनों गुटों को स्वीकार्य होंगे।  हालांकि गहलोत के हटने का खामियाजा भी कोंगरी को 2023 के विधानसभा में भुगतना पड़ेगा। खासकर इसलिए कि सीएम रहते हुए गहलोत ने किसी भी वर्ग की किसी भी मांग को नजर अंदाज नहीं किया और देर सवेर पूरी ही की हैं। बहरहाल केसी वेणुगोपाल की यात्रा से सुलगती चिंगारियों पर ठन्डे छीटों से ज्यादा उम्मीद नहीं की जनि चाहिए।