हनुमानगढ़-विश्वास कुमार।
राज्य सरकार की विभिन्न फ्लैगशिप योजनाओं के निरीक्षण के लिए हनुमानगढ़ आए श्रम सचिव, श्रम विभाग आयुक्त और जिला प्रभारी सचिव विकास सीतारामजी भाले ने जिला कलेक्टर रूकमणी रियार के साथ इंदिरा रसोई, जिला अस्पताल, कोहला फार्म इत्यादि का निरीक्षण किया। जिला प्रभारी सचिव व जिला कलेक्टर ने जंक्शन में श्रीगंगानगर फाटक स्थित इंदिरा रसोई में कूपन कटवा कर खाना खाया। प्रभारी सचिव ने खाना खाने के बाद जहां खाने की क्वालिटी को टॉप बताया, वहीं एक समय में सवा दो सौ प्लेट की सीलिंग को बढ़ाने की जरूरत बताते हुए राज्य सरकार को इसकी अनुशंसा करने की बात कही।
इस दौरान नगर परिषद कमीश्नर पूजा शर्मा, श्रम कल्याण अधिकारी अमरचंद लहरी और तहसीलदार हरदीप सिंह ने भी कूपन कटवाकर इंदिरा रसोई में खाना खाया। निरीक्षण के दौरान सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी सुरेश बिश्नोई, नगर परिषद अधिशाषी अभियंता सुभाष बंसल सहित अन्य अधिकारी भी साथ थे। टाउन जिला अस्पताल के निरीक्षण के दौरान चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत अब तक 150 घुटना प्रत्यारोपण को लेकर आश्चर्य जताते हुए कहा कि चिरंजीवी योजना को लेकर जिला अस्पताल में बहुत अच्छा कार्य हो रहा है। उन्होने जिला अस्पताल के स्टाफ को इसके लिए बधाई भी दी। साथ ही जिला अस्पताल में साफ सफाई कम होने और बैड के गद्दे व चद्दर कई जगह पर बदले नहीं जाने को लेकर अस्पताल प्रशासन को निर्देशित किया। जिला अस्पताल के बाद जिला प्रभारी सचिव ने घर-घर औषधि योजना के अंतर्गत कोहला फार्म का निरीक्षण किया।शहरी रोजगार गारंटी योजना को लेकर जिला प्रभारी सचिव ने टाउन स्थित नगर परिषद कार्यालय में इसकी समीक्षा करते हुए कहा कि हनुमानगढ़ ही नहीं प्रदेश के अन्य जिलों में भी इस योजना के तहत कार्य की इतनी डिमांड नहीं है, जितनी होनी चाहिए। इसलिए प्रयास रहेगा कि इस योजना डिमांड कैसे बढ़े। कुछ सुझाव भी आए हैं। उन्होने कहा कि इस योजना के तहत जॉब कार्ड बढ़ाने का कार्य करना होगा। शहर में करीब चार-पांच हजार जॉब कार्ड बने हुए हैं, यह संख्या बढ़ाने की आवश्यकता है। भाले ने कहा कि डिमांड कैसे बढ़े, यह हमारे लिए ही नहीं पूरे प्रदेश के लिए चैलेंज होगा। प्रभारी सचिव ने इसके बाद टाउन की बिहारी बस्ती में शहरी रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत गड्ढा खुदाई के कार्य का निरीक्षण भी किया।मीडिया से बात करते हुए जिला प्रभारी सचिव विकास सीताराम भाले ने बताया कि राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं का निरीक्षण करने वे हनुमानगढ़ आए हैं। इन योजनाओं को और कैसे अच्छी तरह से लागू किया जाए, इसमें और क्या सुधार हो सकता है, इसकी जानकारी वे राज्य सरकार को देंगे। जिले में बकाया लेबर सेस को जमा करवाने को लेकर भाले ने कहा कि वे बकाया लेबर सेस को लेकर कोटा में जीआईएस बेस सर्वे को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू करना चाहते हैं। बाद में इसे पूरे राज्य में लागू किया जाएगा। इसके जरिए बकाया लेबर सेस की वसूली संभव हो सकेगी।
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