जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के 4 साल के शासन में जनप्रतिनिधियों और नौकरशाहों के बीच तकरार के लगातार मामले सामने आ रहे हैं। पूर्व में जहां गहलोत सरकार के कई मंत्री-विधायकों ने सीधे-सीधे नौकरशाहों पर सवाल खड़े किए थे तो वहीं अब ताजा मामला बीकानेर जिला कलेक्टर का है, जहां पर सोमवार को मंत्री रमेश मीणा की ओर से बीकानेर कलेक्टर के साथ किए गए कथित दुर्व्यवहार का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले को लेकर राजस्थान IAS एसोसिएशन ने भी मंत्री रमेश मीणा खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और इसकी शिकायत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मुख्य सचिव उषा शर्मा से की है। इस संबंध में आईएएस एसोसिएशन की ओर से एक पत्र भी जारी किया गया है जिसमें जनप्रतिनिधियों के द्वारा नौकरशाहों के साथ लगातार के किए जा रहे दुर्व्यवहार की निंदा की गई है।
घटना के विरोध में 25 आईएएस ने की मुख्य सचिव से मुलाकात।
वहीं बीकानेर कलेक्टर के साथ कथित दुर्व्यवहार के मामले में राजस्थान आईएएस एसोसिएशन के उपाध्यक्ष कुंजी लाल मीणा, सचिव समित शर्मा के साथ ही करीब 25 आईएएस अधिकारियों ने सोमवार शाम को मुख्य सचिव उषा शर्मा से मुलाकात की और अपना विरोध दर्ज कराया। आईएएस अधिकारियों ने कहा कि कैबिनेट मंत्री रमेश मीणा ने बीकानेर से पहले अलवर कलेक्टर के साथ भी इस तरह का व्यवहार किया था, अगर किसी अधिकारी का काम ठीक नहीं है तो उस पर कार्रवाई कर सकते हैं लेकिन पब्लिक में केवल तालियां बजवाने के लिए आईएएस अधिकारियों के साथ ऐसा बर्ताव उनका मनोबल तोड़ने वाला है। ऐसे में अधिकारियों को काम करने में दिक्कत होती है। मुलाकात के दौरान मुख्य सचिव उषा शर्मा ने आईएएस अधिकारियों की भावना से सहमति जताते हुए सीएम के आने के बाद इस बारे में बात करने का आश्वासन दिया।
दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं होगा।
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में आईएएस अधिकारियों ने कहा कि नौकरशाहों के साथ जनप्रतिनिधियों का यह व्यवहार बर्दाश्त नहीं होगा। नौकरशाहों के साथ बार-बार इस तरह की घटनाएं होती हैं तो इससे नौकरशाहों का मनोबल टूटता है और सरकार की छवि और गुड गवर्नेंस को भी नुकसान पहुंचता है। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की है कि इस संबंध में कोई ठोस कदम उठाया जाए ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो और नौकरशाहों के सम्मान और स्वाभिमान पर कोई चोट नहीं पहुंचे।
आरएएस एसोसिएशन भी मिलेगी मुख्य़मंत्री से।
नौकरशाहों के साथ जनप्रतिनिधियों के व्यवहार की शिकायत को लेकर आरएएस एसोसिएशन भी जल्द मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात करेगा और अपना ज्ञापन सौंपेगा।
यह था मामला।
दरअसल सोमवार को पंचायती राज मंत्री रमेश मीणा बीकानेर जिले के दौरे पर थे जहां पर वे एक कार्यक्रम में शामिल हुए। इस कार्यक्रम में बीकानेर कलेक्टर भी मौजूद थे। इस दौरान जब मंत्री रमेश मीणा संबोधित कर रहे थे तभी बीकानेर कलेक्टर फोन पर किसी से बातचीत कर रहे थे, जिससे नाराज होकर मंत्री रमेश मीणा ने बीकानेर कलेक्टर को बाहर जाने को कह दिया। मंत्री के इस व्यवहार से बीकानेर जिला प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी भी नाराज हो गए थे।
लगातार बढ़ रहे टकराव के मामले।
ऐसा पहली बार नहीं है जब जनप्रतिनिधियों और नौकरशाहों के बीच टकराव के मामले सामने आए हों, गहलोत सरकार के कई मंत्रियों- विधायक लगातार जनप्रतिनिधियों पर सवाल खड़े करते रहे हैं।जनप्रतिनिधियों से टकराव के चलते करीब 25 से ज्यादा नौकरशाहों के तबादले भी किए जा चुके हैं। हाल ही नौकरशाहों की एसीआर भरने को लेकर 2 कैबिनेट मंत्रियों के बीच हुई तकरार हो चुकी है।