जालोर ब्यूरो रिपोर्ट।
जिला कलेक्टर निशांत जैन ने बांडी सिणधरा बांध में जल की उपलब्धता और प्रभावित 120 गांवों की पानी छोड़ने की मांग को ध्यान में रखते हुए बांध का निरीक्षण किया। कलेक्टर जैन ने बांडी नदी के प्रभावित 120 गांवों के प्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों से वार्ता कर वस्तुस्थिति जाना। कलेक्टर जैन से बांध में भरे हुए पानी को पर्याप्त मानते हुए जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को बांडी नदी में पेयजल के रिचार्ज के लिए पर्याप्त मात्रा में अतिरिक्त पानी छोड़ने के निर्देश जारी किए।
इसके साथ ही कलेक्टर निशांत जैन ने बांडी नदी में सम्पर्क कटने की समस्या को देखते हुए थूर और सिन्धरा गांव के बीच 4 किलोमीटर पक्की सड़क बनाने को लेकर सार्वजनिक निर्माण विभाग को एस्टीमेट तैयार करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर निशांत जैन प्रशासनिक अमले के साथ सिन्धरा बांध आये। यहां बांडी सिन्धरा बांध सँघर्ष समिति के प्रमुख सेवादार श्रवण सिंह राठौड़ के नेतृत्व में एकत्रित हो रखे 120 गांवों के किसान प्रतिनिधियों ने कलेक्टर निशान्त जैन से मिलकर पक्ष बताया। वार्ता में सिन्धरा और थूर गांव के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। संघर्ष समिति के प्रमुख सेवादार श्रवण सिंह राठौड़ ने बताया कि कलेक्टर जैन से आग्रह किया कि अभी जो 22 अक्टूबर से नदी में पानी छोडा जा रहा है, उसकी गति बहुत धीमी है। इस वजह से इतने दिनों में पानी 5 किमी तक ही आगे पहुंचा है। राठौड़ ने बांध में से तेज गति से पानी छोड़ने और पूर्व समझौते के मुताबिक बांध में से 33 प्रतिशत पूरा पानी छोड़ने की मांग रखी। इसके साथ ही वहां किसानों ने आरोप लगाया कि जल संसाधन विभाग के कुछ अधिकारी बांध से अवैध तरीके से पानी बेचने के लालच में किसानों के हक के पानी को छोड़ने में बहाने बना रहे है। आरोप के मुताबिक जल संसाधन विभाग के अधिकारी कुछ स्थानीय लोगों को व्यक्तिगत स्वार्थ के चलते भड़काकर 120 गांवों के किसानों का हक मारना चाह रहे हैं। उधर सिन्धरा गांव के उप सरपंच श्रवण सिंह कबावत ने कलेक्टर निशान्त जैन से कहा कि इस बांध का कोई उपयोग नहीं है, गांव वाले तो चाहते हैं कि सरकार चाहे तो इस बांध को ही तोड़ कर सभी को राहत प्रदान करावें। भरुडी के सरपंच नानजी राम देवासी ने कलेक्टर जैन से व्यापक जनहित को ध्यान में रखते हुए तत्काल पानी छोड़ने का आग्रह किया।ओबातरी गांव के उपसरपंच हिंगलाजदान चारण ने आरोप लगाया कि इस बांध के पानी का कोई उपयोग नहीं हो रहा है। ऐसे में इसका पानी किसानों के लिए तत्काल छोड़ा जाए। किसान ईश्वर सिंह सिन्धरा ने कलेक्टर निशान्त जैन से कहा कि नहर पानी छोड़ने लायक ठीक होने के बावजूद जल संसाधन विभाग के अधिकारी टूटी होने का झूठ बोल रहे है।
पानी छोड़ने के दिये निर्देश।
कलेक्टर निशान्त जैन से बांध क्षेत्र में घूमकर पूरा जायजा लिया। साथ ही उन्होंने बांध में पानी की उपलब्धता, इस पानी का उपयोग, स्थानीय आवश्यकता, पिछले 16 वर्षों में बांध में भरने वाले पानी का उपयोग आदि सभी पक्षों के बारे में विस्तृत जानकारी ली। कलेक्टर जैन ने सभी पक्षों को सुनने के बाद जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता सुनील रत्नानी को नदी में पानी छोड़ने के निर्देश दिए। साथ ही ये हिदायत भी दी कि पानी चोरी करने वाले, नदी में बहने वाले पानी को व्यक्तिगत फायदे के लिए खुद के खेत की तरफ छेड़छाड़ करके रास्ता मोड़ने वाले और रुकावट डालने वालों के खिलाफ जरूरत होने पर पुलिस से कार्यवाही करवाने के निर्देश दिए है।
सम्पर्क सड़क बनाने के निर्देश।
कलेक्टर निशान्त जैन से सँघर्ष समिति के प्रमुख सेवादार श्रवण सिंह राठौड़ ने आग्रह किया कि बारिश के दिनों में इस नदी की वजह से थूर और सिन्धरा गांव का सम्पर्क टूट जाता है। अभी भी बांध से पानी छोड़ने पर सेवादारों ने मिलकर दोनों गांवों को जोड़ने वाले रास्ते की तैयार किया है। ऐसे में ये सड़क बन जाने पर भविष्य में पानी छोड़ने के दौरान दोनों गांवों का सम्पर्क बना रहेगा। इस पर कलेक्टर निशान्त जैन ने तुरंत सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारी को फोन करके एस्टीमेट तैयार करके भिजवाने के निर्देश दिए। कलेक्टर निशान्त जैन ने आश्वस्त किया कि वो जल्दी ही इस सड़क को बनवाने के प्रयास करेंगे। इस दौरान थूर के समाजसेवी लोकेंद्र सिंह परमार, पूर्व सरपंच पहाड़ सिंह राठौड़, किसान बगदाराम मेघवाल खानपुर, गवराराम राजपुरोहित घासेड़ी, ओटाराम माली खानपुर, बगदाराम पुरोहित भादरडा, जितेंद्र पुरोहित घासेड़ी, राजू सिंह लेदरमेर समेत बड़ी संख्या में किसान प्रतिनिधि मौजूद रहे।
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