बारां-हंसपाल यादव।
बारां के अंता कस्बे में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई हैं। एक महिला ने अपनी 13 साल की बेटी की तोलिए से गला घोंटकर हत्या कर दी। घटना के वक्त महिला का 11 साल का छोटा बेटा मौके पर ही था, जिसे उसने कमरे से बाहर निकालकर अंदर से कुंडी लगा ली थी। एएसआई राजेंद्र सिंह ने बताया कि अंता की शिव कॉलोनी निवासी रेखा हाड़ा (35) ने अपनी बेटी संजना (13) की घर में तोलिए से गला घोंटकर हत्या कर दी। महिला के पति शिवराज सिंह हाड़ा (40) ने थाने में रिपोर्ट दी है। बताया जा रहा है कि कोरोना के बाद से महिला की मानसिक स्थिति खराब है, जिसका इलाज भी चल रहा है। हालाकि पुलिस हर एंगल से इसकी जांच कर रही है।
पिता ऑटो ड्राइवर, उसके जाते ही की हत्या।
घटना शनिवार सवेरे की है। महिला का पति शिवराज सिंह ऑटो ड्राइवर है। वह सवेरे ऑटो लेकर घर से निकल गया था। उसके दो बेटे और एक बेटी थी। बड़ा बेटा नागेंद्र सिंह (16) स्कूल जा चुका था, जबकि संजना (13) और उसका छोटा भाई सिंघम (11) स्कूल जाने वाले थे। इसी दौरान रेखा ने संजना को पीटना शुरू कर दिया, जिस पर सिंघम जोर-जोर से रोने लगा। रेखा ने सिंघम को कमरे से बाहर निकाल दिया और अंदर से कुंडी लगा ली। इसके बाद उसने तोलिए से संजना का गला घोंटकर हत्या कर दी। संजना 5वीं क्लास में पढ़ती थी।
चिल्लाने की आवाज सुनकर पड़ोसी आए।
कमरे से निकाले जाने के बाद सिंघम जोर-जोर से रोने लगा। उसके चिल्लाने की आवाजें सुनकर पड़ोस के लोग मौके पर आ गए। उसने उन्हें बताया कि मां बहन को पीट रही है। जिस पर लोगों ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था। लोगों ने दरवाजा तोड़ा तो अंदर संजना जमीन पर पड़ी थी, लोग उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया।
लॉकडाउन के बाद से ही मानसिक बीमारी।
महिला के पति शिवराज सिंह हाड़ा ने बताया कि उसकी पत्नी रेखा हाडा लॉकडाउन के बाद से ही मानसिक बीमारी से पीडि़त थी। कई दिनों से गुमसुम सी रहती थी और कोई काम नहीं करती थी। इसको लेकर एक-दो दिन बाद रेखा को डॉक्टर को दिखाने जाने वाले थे। साथ ही शिवराज ने कहा कि आरोपी रेखा अपने बच्चों से काफी प्यार करती थी, कभी भी उनको मारती-पीटती नहीं थी।