जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
आमतौर पर एक दूसरे को बधाई और हालचाल पूछने के उद्देश्य से बढ़कर राजस्थान कुलश्रेष्ठ सभा जयपुर के सदस्यों ने अपने सामाजिक उत्थान पर सार्थक चिंतन और मनन किया। जयपुर के टोंक रोड़ स्थित एक पारंपरिक रेस्टोरेंट में जयपुर के कुलश्रेष्ठ जनों ने राजस्थान कुलश्रेष्ठ सभा जयपुर द्वारा आयोजित दिवाली मिलन समारोह में परिवार सहित अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई।प्रमुख अतिथियों में संचिता, सानुज और देशभर में कायस्थ समाज का परचम लहराने वाली समाज सेविका शिप्रा कुलश्रेष्ठ ने कई उदाहरण देकर समाज को जागृत करने और आपसी सामंजस्य के साथ आगे बढ़ने का सन्देश दिया।
वर्तमान में बाराँ में ज़िला मजिस्ट्रेट सानुज ने युवा पीढ़ी को न्यायिक व्यवस्था में अवसरों से अवगत करवाया तो संचिता ने अपने समाज को सहयोग की भावना और संगठन में शक्ति के मंत्र की याद दिलवाई। जबकि शिप्रा ने बिना किसी शोर शराबे किए असली जड़ तक जाकर समाज सेवा का महत्व समझाया। उन्होंने कहा कि हम किसी विद्यार्थी की असली मदद करना चाहते हैं तो उनको पाँचवीं कक्षा के बाद से ही उचित मार्गदर्शन की व्यवस्था करें और इसमें उनका पूरा सहयोग मिलेगा।
कार्यक्रम में राजस्थान कुलश्रेष्ठ सभा, जयपुर द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में कमल मोहन, सुधीर प्रकाश, संचिता, रंजन प्रकाश और कई महानुभावों द्वारा प्रायोजित ईनामों का वितरण अध्यक्ष अवधेश कुमार कुलश्रेष्ठ और महासचिव मयंक कुलश्रेष्ठ द्वारा वितरित करवाया गया। इसी के साथ समाज के सीनियर सिटीज़न्स को भी पिचहत्तर वर्ष पूरा होने पर सम्मानित किया गया। इनविजिबल पेण्टिंग जैसी विशिष्ट योग्यता के लिए नीरव कुलश्रेष्ठ को सम्मानित किया गया और समाज को विशेष सहयोग देने के लिए उत्कर्ष, सौरव, मुकुल, आशीष, रोहित, प्रदीप और विजय कुलश्रेष्ठ को भी सम्मानित किया गया। समाज के सभी लोगों ने मिलकर कार्यक्रम की सराहना की और पारम्परिक भोजन का आनन्द भी लिया। दिवाली मिलन और आम सभा के बाद राजस्थान कुलश्रेष्ठ सभा जयपुर के अध्यक्ष अवधेश कुमार कुलश्रेष्ठ ने बताया कि वर्तमान कार्यकारिणी के सभी सदस्यों की टीम भावना और प्रयास से ही यह कार्यकाल सफलता पूर्वक संचालित हो सका है और हम अगली कार्यकारिणी को आने वाले समय के लिए शुभकामनाएँ देते हैं कि वो राजस्थान कुलश्रेष्ठ सभा जयपुर के नाम को और भी आगे ले के जाये।
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