जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बांसवाड़ा जिले में माही परियोजना के नहरी तंत्र/वितरिकाओं के सुदृढ़ीकरण एवं जीर्णोद्धार के विभिन्न कार्य करवाने के लिए 545 करोड़ रूपए की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की हैं। इस कार्य से लगभग 80 हजार हैक्टेयर भूमि के सिंचाई जल की दक्षता में वृद्धि होगी। बांसवाड़ा जिले की तहसील बांसवाड़ा, घाटोल, गढ़ी, आनंदपुरी, बागीदौरा, तलवाड़ा, अरथुना में स्थित परियोजना के कमांड क्षेत्र में स्थित किसानों को लाभ मिलेगा। उन्हें सिंचाई के लिए आवश्यक जल की सुनिश्चितता हो सकेगी। गहलोत द्वारा स्वीकृति से बांयी एवं दांयी मुख्य नहर के सहित कुल 7 नहरी तंत्र है, जिनका सुदृढ़ीकरण एवं जीर्णोद्धार होगा। इसमें दांयी मुख्य नहर एवं इसके नहरी तंत्र की आर.डी 0 से 71.62 कि.मी करणपुर वितरिका एवं इसके वितरण तंत्र, गेनोरा, लोहारिका, आसोड़ा और खोदन वितरिकाओं एवं इसके वितरण तंत्र, नरवाली वितरिका, काण्डव माईनर, जगपुरा नहर, हारों नहर एवं इसके वितरण तंत्र की मरम्मत के कार्य होंगे। बांयी मुख्य नहर 0 से 15 कि.मी एवं भूंगड़ा नहर वितरण तंत्र, 15 कि.मी से 36.12 कि.मी, छींछ वितरिका, बागीदौरा माईनर व इसके वितरण तंत्र, अरथुना वितरिका आर.डी 2.5 कि.मी से 41 कि.मी (टेल) एवं परसोलिया वितरिका एवं इसके नहरी तंत्र, भीखा भाई सागवाड़ा आर.डी 0 से 8 कि.मी एवं इसके नहरी तंत्र, निठुआ वितरिका एवं इसके नहरी तंत्र, भीखाभाई सागवाड़ा आर.डी 75 से 78.88 कि.मी मरम्मत एवं पुर्नरूद्धार के कार्य होंगे।  
उल्लेखनीय है कि गहलोत ने वर्ष 2022-23 के बजट में इस संबंध में घोषणा की थी।