बाडमेर ब्यूरो रिपोर्ट।
बाड़मेर मे एक आरएएस अफसर की अनोखी विदाई समारोह की चर्चाएं पूरे राजस्थान प्रदेश में हो रही है। पूरे शहर में RAS अधिकारी को विदाई देने के लिए तस्वीर वाले होर्डिंग्स और पोस्टर लगाए गए हैं। जगह-जगह ढोल-नगाड़ों के साथ उनके सम्मान में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इतना ही नहीं इन कार्यक्रमों में जिले भर से लोग शामिल हुए और उन्हें विदा करने लंबी गाड़ियों का काफिला पहुंचा। दरअसल, बीते दिनों 239 आरएएस अधिकारियों की ट्रांसफर लिस्ट जारी की गई है। जिसमे बाड़मेर जिला परिषद के सीईओ मोहनदान रतनू का ट्रांसफर राजस्व विभाग में उप सचिव के पद पर किया गया है। इसके बाद से कई सामाजिक संगठन, कर्मचारी, जनप्रतिनिधि RAS अधिकारी अपने-अपने तरीके से उनके लिए विदाई समारोह आयोजित कर रहे हैं। RAS अधिकारी मोहनदान रतनू काे तीन साल पहले बाड़मेर जिला परिषद सीईओ बनाया गया था। देश में मनरेगा (महात्मा गांधी नरेगा योजना) के तहत ग्रामीण इलाकों में लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाने में बाड़मेर दूसरे नंबर पर रहा है। पहले नंबर पर ओडिशा का गंजाम जिला रहा है। मनरेगा सहित अन्य स्कीम में श्रमिकों को प्रेरित करने के लिए खुद फावड़ा लेकर काम करने लग जाते थे। कोरोना काल में उन्होंने लोगों को कोविड के प्रति जागरूक करने के साथ मैनेजमेंट भी शानदार किया था। जिले में बढ़ रहे सुसाइड को रोकने के लिए अनमोल जीवन अभियान की शुरूआत भी उनके द्वारा की गई थी। इस अभियान को धरातल पर लाने में मोहनदान रतनू की अहम भूमिका है।
स्वागत सत्कार देख भावुक हुए रतनू।
आरएएस अधिकारी मोहनदान रतनू का कहना है कि मेरी 14 साल की सर्विस पूरी हो गई है। इन 14 सालों में मैंने ऐसी विदाई किसी की नहीं देखी। मैं बहुत ही भाग्यशाली हूं कि बाड़मेर के लोगों का इतना प्यार मिल रहा है।
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