जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
एक लोक सेवक को नौकरी के साथ ही जीवन में कई समस्याओं से गुजरना पड़ता है। पूर्व में अपनी सेवाएं दे चुके अधिकारियों के अनुभवों से हमेशा सीख मिलती है और कई समस्याओं को सुलझाने का रास्ता भी दिखाई देता है। मुख्य सचिव उषा शर्मा ने यह बात राजस्थान के पूर्व मुख्य सचिव इंद्रजीत खन्ना द्वारा लिखित 'फ्लेशेज बिफोर माई आईज्' पुस्तक पर आयोजित चर्चा कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि खन्ना ने पुस्तक में परिवार के साथ ही सेवा के दौरान की कई घटनाओं को कहानी के रूप में पिरोया है।
खन्ना ने पुस्तक की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 'फ्लेसेज बिफोर माई आईज' को लिखने की प्रेरणा अमिताभ बच्चन से मिली। उन्होंने कहा कि पढ़ाई के लिए माता- पिता ने अपनी जिंदगी से कई समझौते किए हैं। यह सफर आसान नहीं था। उन्होंने कहा कि सिविल सेवक की जिंदगी में ट्रेनिंग की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने किताब के कई प्रसंगो का जिक्र करते हुए कहा कि सिविल सेवक को नौकरी के दौरान स्वयं से कई समझौते भी करने पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को हर दिन नया सीखना चाहिए। सीखने की प्रक्रिया कभी खत्म नहीं होती। राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल अध्यक्ष सुधांश पंत ने विभिन्न प्रसंगों पर लेखक से चर्चा की। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सचिव मुग्धा सिन्हा ने खन्ना के सेवाकाल से जुड़ी घटनाओं का जिक्र किया। आईएएस एसोसिएशन, हरिश्चन्द्र माथुर राजस्थान राज्य लोक प्रशासन संस्थान और ऑल इंडिया पेंशनर्स एसोसिएशन के संयुक्त तत्वाधान में हरिश्चन्द्र माथुर राजस्थान राज्य लोक प्रशासन संस्थान में आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, सेवानिवृत्त अधिकारियों सहित प्रशिक्षणाधीन अधिकारी भी मौजूद रहे।
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