जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
राजस्थान प्रदेश में पड़ रही भीषण गर्मी एवं कोविड के उपरान्त आर्थिक गतिविधियों में आई तेजी की वजह से लगातार बढ़ रही मांग से प्रभावित हुई बिजली आपूर्ति व्यवस्था में सुधार के लिए सरकार व विद्युत निगमों की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश में बिजली की मांग व आपूर्ति की स्थिति की समीक्षा के लिए विद्युत भवन में डिस्कॉम अध्यक्ष भास्कर ए. सावंत की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई। बैठक में बिजली की मांग व आपूर्ति की स्थिति पर विस्तार से विचार-विमर्श करने के उपरान्त बिजली आपूर्ति व्यवस्था में कुछ बदलाव करने के निर्णय लिए गए है। इसके तहत कृषि उपभोक्ताओं को कृषि कार्य के लिए 4 घण्टे के 3 ब्लॉक में बिजली आपूर्ति करने का निर्णय लिया गया है। अब कृषि उपभोक्ताओं को रात्रि में 2 बजे से सुबह 6 बजे तक, प्रातः 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक एवं अपरान्ह 12 बजे से सायं 4 बजे तक 3 ब्लॉक में बिजली आपूर्ति की जाएगी। इसके साथ ही 125 केवीए एवं अधिक मांग वाले बड़े औद्योगिक उपभोक्ताओं के लिए पूर्व में जारी निर्देशों के अनुसार सायं 6 बजे से 10 बजे तक विद्युत उपभोग को 50 प्रतिशत तक सीमित करने के आदेश की पालना की प्रभावी मॉनिटरिंग करने के डिस्कॉम्स को निर्देश दिए गए। मंगलवार 3 मई को सभी औद्योगिक इकाइयों को केवल प्रातः 10 बजे से सायं 6 बजे तक ही बिजली आपूर्ति करने का निर्णय बैठक में लिया गया। सावंत ने बताया कि वर्तमान में चल रहे बिजली संकट को देखते हुए यूडीएच व एलएसजी विभाग के प्रमुख शासन सचिवों से अनुरोध किया गया है कि रोड लाइट के लोड को यथा संभव कम करने का प्रयास करके सहयोग प्रदान करें। उन्होंने आमजन से अपील की है कि वे विद्युत का किफायत से उपयोग करते हुए बिजली आपूर्ति व्यवस्था को सामान्य बनाए रखने में विद्युत निगमों का सहयोग करें। बैठक में ऊर्जा सलाहकार ए.के.गुप्ता, जयपुर डिस्कॉम के प्रबन्ध निदेशक अजीत कुमार सक्सैना सहित डिस्कॉम्स एवं ऊर्जा विकास निगम के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। अजमेर व जोधपुर डिस्कॉम के प्रबन्ध निदेशक वीडियो कॉन्फ्रेंन्सिंग के जरिए इस बैठक से जुड़े।