जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
राजस्थान फाउंडेशन की 9वीं कार्यकारी समिति की बैठक मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक को संबोधित करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि फाउण्डेशन को ऐसे प्लेटफार्म के रूप में विकसित किया जाए, जहां एक क्लिक पर उन तक पहुंचा जा सके। उन्होंने कहा कि पढ़ाई और नौकरी के लिए राजस्थान से बाहर जाने वाले बच्चों और युवाओं के लिए यह फाउण्डेशन एक केयर टेकर की भूमिका का निर्वाह करे। उन्होंने कोरोना और यूक्रेन संकट के समय फाउण्डेशन द्वारा किये गए कार्यों की प्रशंसा की और कहा कि फाउण्डेशन के कार्यों की रूपरेखा रिजल्ट ओरियन्टेड होनी चाहिये। संकट के समय के अलावा भी फाउण्डेशन की गतिविधियां ऐसी हों, जिससे प्रत्येक प्रवासी राजस्थानी का जुड़ाव इससे हो सके। उन्होंने फाउण्डेशन की एनआरआर पॉलिसी शीघ्र तैयार करने के निर्देश भी दिये। मुख्य सचिव ने कहा कि देश-विदेश में बस रहे राजस्थान के लोग यहां की विरासत, आस्थाओं, संस्कृति और परम्पराओं से जुड़े रहें, इसके लिए फाउण्डेशन एक सेतु की तरह काम करे। उन्होंने फाउण्डेशन के अगले एक वर्ष के एक्शन प्लान के तहत की जाने वाली गतिविधियों पर चर्चा की और उनका अनुमोदन किया। मुख्य सचिव ने पिछली कार्यकारी समिति की बैठक में अनुमोदित कार्यों की क्रियान्विति की समीक्षा भी की।  फाउण्डेशन के अध्यक्ष धीरज श्रीवास्तव ने फाउण्डेशन की वर्तमान गतिविधियों तथा भविष्य की कार्य योजना के बारे में प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि फाउंडेशन के माध्यम से ना केवल प्रवासियों को यहां की संस्कृति और सामाजिक सरोकारों से जोड़ने का काम किया जा रहा है, बल्कि उनकी समस्याओं के निराकरण में भी सहायक बनने का प्रयास किया जा रहा है। फाउण्डेशन आयुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप इस वर्ष देश में कुल 42 चैप्टर स्थापित किये जाने का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही पहले से स्थापित 12 चैप्टर को पुनर्जीवित भी किया जाएगा। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग श्रीमती वीनू गुप्ता, प्रमुख शासन सचिव वित्त अखिल अरोरा तथा शासन सचिव, स्वायत्त शासन विभाग जोगाराम उपस्थित रहे।