जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
राजस्थान प्रदेश में गर्मी के मौसम में बिजली की बढ़ती मांग पर हो रही कटौती को लेकर सियासत शुरू हो गई है। वहीं मुख्यमंत्री गहलोत ने भी डिमांड के बराबर बिजली सप्लाई करने से हाथ खड़े कर दिए हैं। उन्होंने शुक्रवार को बीजेपी के सभी ग्रिड सब स्टेशनों पर बिजली कटौती के विरोध में प्रदर्शनों के बीच केंद्र और भाजपा नेताओं पर निशाना साधा है। सीएम गहलोत ने केंद्र सरकार पर मांग के हिसाब से राज्यों को कोयला सप्लाई नहीं करने के कारण बिजली संकट उत्पन्न बताया है। सीएम गहलोत ने ट्वीट कर लिखा कि राजस्थान में प्रदेश भाजपा बिजली घरों पर प्रदर्शन कर इस संकट में चुनौतीपूर्ण काम कर बिजली कर्मचारियों को परेशान कर उन पर दबाव बनाने का काम कर रही है। मैं उनसे पूछना चाहूंगा कि राज्यों को कोयला उपलब्ध करवाने का काम केंद्र सरकार का है। क्या प्रदेश भाजपा का दिशाहीन नेतृत्व केंद्र सरकार से इस बारे में सवाल पूछेगा कि वो मांग के अनुसार कोयला उपलब्ध करवाने में सक्षम क्यों नहीं हैं, जिसके कारण 16 राज्यों में बिजली कटौती की नौबत आई है?
मांग के अनुरूप नहीं हो रही कोयले की सप्लाई।
सीएम गहलोत ने लिखा कि देश के 16 राज्यों में बढ़ती गर्मी के कारण बिजली की मांग बढ़ी है, इसके अनुरूप कोयले की आपूर्ति नहीं हो रही है, जिसके कारण आवश्यकतानुसार बिजली आपूर्ति संभव नहीं है। यह एक राष्ट्रीय संकट है। इस संकट में एकजुट होकर परिस्थितियों को बेहतर करने में सरकार का साथ दें। अपने निवास या कार्यक्षेत्र के गैर-जरूरी बिजली उपकरणों को बंद रखें। अपनी प्राथमिकताएं तय कर बिजली का उपयोग जरूरत के मुताबिक करें।
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