दौसा ब्यूरो रिपोर्ट।
दौसा जिले की लालसोट तहसील के आनंद हॉस्पिटल की गोल्ड मेडलिस्ट डाॅ. अर्चना शर्मा की मौत के मामले में सर्व ब्राह्मण महासभा जिला दौसा के पदाधिकारी बुधवार सुबह से ही लालसोट में धरना दे रहे है और मांग कर रहे है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले और परिवाजन को 1 करोड़ का मुआवजा दिया जाये। सर्व ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेश मिश्रा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर मांग की है कि मृतक डाॅ. अर्चना शर्मा के इस पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच करवाई जाए जिससे कि जिन लोगों के दबाव में मुकदमा दर्ज हुआ और मानसिक पीड़ा में डॉ. अर्चना शर्मा ने आत्महत्या करी उन लोगों के खिलाफ कार्यवाही हो सके और मृतक के परिवारजन को 1 करोड का मुआवजा दिया जाये।  मिश्रा ने बताया कि एक हादसे में एक पेसेंट की मृत्यु हो गई। उसके बाद जिस प्रकार से डॉ. अर्चना शर्मा व उसके परिवार को प्रताड़ित किया गया है वो सरासर गलत है। प्रताड़ना से परेशान होकर डाॅ. अर्चना शर्मा ने आत्महत्या कर ली और मरने से पहले एक चिट्ठी भी लिखी है जिसमें उसने कहा है कि मैं अपने पति व बच्चों से बहुत प्यार करती हूं, कृपया मेरे मरने के बाद उन्हें परेशान ना करना, मैने कोई गलती नहीं की है, किसी को नहीं मारा, पीपीएच कॉम्प्लिकेशन है इसके लिए डॉक्टर को इतना प्रताड़ित करना बंद करो, मेरा करना शायद मेरी बेगुनाह साबित कर दे, डोंट हरेस इनोसेंट डॉक्टर प्लीज। मिश्रा ने पत्र में कहा है कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है अस्पताल में मरीज की मौत होने पर डॉक्टर या अन्य स्टाफ पर 302 हत्या का केस दर्ज नहीं कर सकते। 304 की धाराएं लगाई जा सकती है, तो फिर सुप्रीम कोर्ट को दरकिनार कर 302 हत्या का केस दर्ज किया गया, जो कि सरासर गलत है।मिश्रा ने मृतक के परिवार को भरोसा दिलाया की सर्व समाज आपके साथ है, दोषियों को सजा अवश्य मिलेगी।