चित्तौड़गढ़-गोपाल चतुर्वेदी।
राजस्थान के लालसोट में एक निजी चिकित्सालय में कार्यरत महिला चिकित्सक डॉक्टर अर्चना शर्मा द्वारा आत्महत्या करने के मामले को लेकर चित्तौड़गढ़ जिला राजकीय सांवलियाजी चिकित्सालय सहित अन्य निजी चिकित्सालय में भी चिकित्सकों ने 2 घंटे का कार्य बहिष्कार किया इस दौरान चिकित्सालय में आने वाले मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वही कार्य बहिष्कार के दौरान चिकित्सकों ने दुर्घटना में घायल गंभीर मरीजों को देखना जारी रखा।इस बारे में जानकारी देते हुए जिला राजकीय चिकित्सालय के पीएमओ डॉ दिनेश वैष्णव ने बताया कि लालसोट के एक निजी चिकित्सालय में ऑपरेशन के दौरान एक महिला की मौत होने के बाद चिकित्सालय में कार्यरत डॉ अर्चना शर्मा पर पुलिस द्वारा धारा 302 लगाए जाने के चलते चिकित्सक द्वारा इस सदमे मे आत्महत्या कर ली। जिसके विरोध में पूरे राजस्थान में 2 घंटे का कार्य बहिष्कार करने के निर्देश एसोसिएशन की ओर से दिए गए हैं। उसी की पालना करते हुए जिला राजकीय सांवलियाजी चिकित्सालय और अन्य निजी चिकित्सालयों में चिकित्साको ने 2 घंटे का कार्य बहिष्कार किया। उन्होंने बताया कि इस मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली के विरोध प्रकट करते हुए यह कार्य बहिष्कार किया गया है। उन्होंने बताया कि कार्य बहिष्कार के बाद विरोध स्वरूप जिला कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा गया है।
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