दौसा ब्यूरो रिपोर्ट।
दोसा के लालसोट इलाके में प्रसूता की मौत के बाद परिजनों और लोगो द्वारा बनाए गए दबाव के बाद महिला चिकित्सक द्वारा आत्महत्या करने के बाद बुधवार को पूरे राजस्थान में आक्रोश फैल गया। विप्र फाउंडेशन ने डॉ. अर्चना शर्मा आत्महत्या प्रकरण पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया साथ ही प्रमुख पदाधिकारियों ने लालसोट पहुंचकर बाजार बंद करवा पांच सूत्री मांगों को लेकर पुलिस थाने को घेर लिया।
पुलिस थाने के इस घेराव के कारण दौसा-लालसोट मार्ग भी दिनभर अवरूद्ध रहा। विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राधेश्याम शर्मा “गुरुजी” ने लालसोट की घटना पर तत्काल संज्ञान लेते हुए संगठन के भरतपुर जोन अध्यक्ष वेदप्रकाश उपाध्याय(बंटू नेता), विप्र वाहिनी प्रमुख प्रवीण व्यास(शाहपुरा) , दौसा जिलाध्यक्ष कैलाश शर्मा व दीपक जोशी को लालसोट भेजा। विप्र फाउंडेशन के बड़ी संख्या में कार्यकर्ता सुबह ही लालसोट पहुंच गए थे तथा वहां दिनभर पुलिस थाने का घेराव किए बैठे रहे।
विप्र फाउंडेशन के पदाधिकारी डॉ. अर्चना शर्मा के आवास पर भी पहुंचे और परिजनों को ढाढ़स बंधाया। विप्र फाउंडेशन की ओर से पांच सूत्री मांगों का ज्ञापन भी जिला कलेक्टर के नाम एसडीएम व पुलिस अधिकारियों को सौंपा। जिसमें इस प्रकरण के संबंधित पुलिस अधिकारियों को अविलम्ब बर्खास्त करने, डॉ. अर्चना शर्मा के आत्महत्या केस की उच्च स्तर पर जांच करवाने, परिवार को सुरक्षा तथा 25 लाख रुपए मुआवजे की मांग की गई है। साथ ही डॉ. अर्चना शर्मा व उनके पति पर प्रसूता की कथित मौत को लेकर दर्ज करवाए मुकदमे को ड्रॉप करने को कहा गया है। विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राधेश्याम शर्मा “गुरुजी” ने घटना को दुःखद बताते हुए कहा कि ब्राह्मणों पर आए दिन हो रही अत्याचार व प्रताड़ना की घटना को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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