श्रीगंगानगर-राकेश मितवा।
राजस्थान मे खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले राज्य के मूल निवासी खिलाड़ियों को सरकारी क्षेत्र में नौकरी दिए जाने के लिए बनाई गई आउट ऑफ़ टर्म पॉलिसी के तहत हाल ही में सब इंस्पेक्टर सीधी भर्ती ( उत्कृष्ट खिलाड़ी खेल कोटा ) मे दूसरे राज्य के खिलाड़ियों को अवसर दिए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है।राजस्थान टीम के पूर्व कप्तान दानवीर सिंह भाटी की ओर उठाये गए मामले की गूंज विधानसभा तक भी पहुंच चुकी है। इस मामले को विधानसभा की कार्रवाई के दौरान ध्यान में लाए जाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी जी ने भी इसे गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार को राज्य की खेल कोटा भर्ती में राजस्थान के खिलाड़ियों को ही शामिल करने की बात कही है। लेकिन सरकार ने अभी तक इसे गंभीरता से नहीं लिया है। वहीें खिलाड़ियों ने इस मामले को लेकर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी से लेकर राज्य सरकार में मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, राजेन्द्रसिंह गुढ़ा, विधायक हरीश मीणा विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत सहित सत्ता पक्ष और विपक्ष के कई विधायकों को भी कई अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों के प्रतिनिधिमंडल के साथ ज्ञापन सौंप चुके हैं। खिलाड़ियों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर यह कहा है कि यह राजस्थान के खिलाड़ियों के साथ अन्याय है। लेकिन मुख्यमंत्री जी ने अभी तक इस मामले को भी गंभीरता से नहीं लिया है। इन खिलाड़ियों का मानना है कि  राज्य सरकार  द्वारा हाल ही में हुई सब इंस्पेक्टर खेल कोटा भर्ती  में नियम विरुद्ध 74 मे 28  राजस्थान से बाहरी खिलाड़ियों का चयन कर हमारे राजस्थान के खिलाड़ियों का अधिकार छीन रही है। राजस्थान के खिलाड़ियों का हक नहीं मारा जाए। इसके लिए यह लड़ाई न्याय नहीं मिलने तक जारी रहेगी।  राजस्थान के इतिहास में पहली बार खेल को लेकर प्रदेश भर के खिलाड़ी इतना बड़ा आंदोलन कर रहे हैं। इसी क्रम में गंगानगर मे कलेक्ट्रेट पर सोमवार को सभी खेलों के खिलाड़ी एकत्रित होकर जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री जी का नाम ज्ञापन दिया। जिनमे प्रधान ग्रुप के साथी अली जैदी ,रेशव सोनी,असलम व उनके अन्य साथी , शहर बचाओ संघर्ष समिति श्रीगंगानगर के अध्यक्ष अली अब्बास रिजवी और उपाध्यक्ष सुदेश बिश्नोई , अंबेडकर विकास मंच से अध्यक्ष यशपाल साथी , चित्रेश साथी ,भुवन वर्मा व सभी खिलाड़ी प्रेमी मौजूद रहे।