अजमेर ब्यूरो रिपोर्ट।
रीट पेपर लीक मामले में सियासत गरम है। सरकार पर विपक्ष भी इस मामले में लगातार हमलावर है। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डी.पी.जारोली को बर्खास्त करने के आदेश दिए है। इसके बाद शनिवार को बोर्ड अध्यक्ष डी.पी.जारोली जयपुर के लिए रवाना हो गए हैं। रवाना होने से पहले कहा कि बर्खास्तगी को लेकर उनको फिलहाल कोई आदेश नहीं मिले हैं। जयपुर जाकर पता करेंगे। वहीं, पेपर लीक मामले को पूरी तरह से राजनैतिक षड़यंत्र बताया। उन्होंने यह भी कहा कि एसओजी की जांच में वे पूरा सहयोग करेंगे और परीक्षा निरस्त करने का निर्णय सरकार को करना है।शिक्षा संकुल जाने के सवाल पर जारोली बोले कि 24 सितम्बर की रात को मौजूद नहीं था। 23 को दिन में सीधा अजमेर से जयपुर सीएमआर गया और वापस अजमेर आ गया। रिटायर्ड कर्मचारियों को जिम्मेदारी देने के सवाल पर कहा कि रिटायर्ड प्रदीप पाराशर के अलावा शिक्षा संकुल में चार अतिरिक्त समन्वयक थे, जो शिक्षा संकुल के अधिकारी है। जो पकडे़ गए, उनको मैं नहीं जानता। सीसीटीवी नहीं लगाने के सवाल पर जारोली ने कहा कि सीसीटीवी लगाना, वीडियो ग्राफी करवाना, यह निर्णय जिला समन्वय समिति को करना होता है, उनका कोई रोल नहीं है। गिरफ्तारी की तलवार लटकने के सवाल पर बोले कि इसमें कुछ पता नहीं। शिक्षक रहा हूं,अब तक कई परीक्षाएं सुचिता से कराई और यह परीक्षा भी कराई, लेकिन जो हुआ, सबके सामने है। परीक्षा निरस्त करने के सवाल पर बोले कि यह निर्णय सरकार को करना है। लेकिन उन्होंने कहा कि राजनैतिक संरक्षण के बिना यह सम्भव नहीं है और यह राजनैतिक षड़यंत्र है।
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