अजमेर ब्यूरो रिपोर्ट।
राजस्थान लोक सेवा आयोग में कई प्रकार के नवाचार आने वाले समय में फलीभूत होंगे। ऑन स्क्रीनिंग मार्किंग से युवाओं का आयोग के प्रति भरोसा भी बढ़ा है। अब नवाचार के तौर पर वन टाइम रजिस्ट्रेशन की तरह वन टाइम वेरिफिकेशन भी आयोग जल्द लॉन्च करेगा। यह जानकारी आयोग के अध्यक्ष डॉ. शिव सिंह राठौड़ ने पत्रकारों से मुताबिक होते हुए दी।दरअसल आयोग अध्यक्ष डॉ. शिव सिंह राठौड़ का कार्यकाल 29 जनवरी को समाप्त होने जा रहा है। बतौर आयोग सदस्य उनका कार्यकाल 27 जनवरी को ही पूरा हो चुका है। फिलहाल राज्य सरकार की ओर से नए अध्यक्ष की घोषणा नही की गई है. डॉ. राठौड़ ने प्रेसवर्त्ता में अपने कार्यकाल में आयोग में हुए कार्यों और अनुभवों को साझा किया। उन्होंने बताया कि राजस्थान लोक सेवा आयोग में हुए नवाचारों की देश के समस्त आयोगों की ओर से सरहाना की गई। उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार की मंशा रही है कि जिन युवाओं ने साक्षात्कार और परीक्षा पास की है उन्हें समय पर नौकरी मिल सके। उसके अनुरूप ही आयोग ने समय पर परीक्षा और परिणाम जारी किए हैं। नवाचारों के माध्यम से अभ्यर्थियों की भ्रांतियों का निवारण किया गया है। उन्होंने बताया कि और स्क्रीन मार्किंग से युवाओं में आयोग के प्रति विश्वास और भी बढ़ा है। डॉ. राठौड़ ने बताया कि उत्तर पुस्तिका जांचने के लिए कॉपियां अब फिजिकल रूप से बाहर नहीं जाती है बल्कि ऑनस्क्रीन ही कॉपी की मार्किंग होती है। उन्होंने बताया कि जिलेवार कॉपियां अजमेर में पीडीएफ कॉपी के रूप में आरपीएससी कार्यालय पहुंचती है। फिर जांचने के लिए कॉपियों को अलग-अलग जगह ऑनस्क्रीन भेजा जाता है। उन्होंने बताया कि आयोग की वर्ष 2022 की परीक्षा का कैलेंडर जारी किया जा चुका है। दिसंबर 2022 तक 76 परीक्षाओं का आयोजन आयोग करेगा। डॉ. राठौड़ ने बताया कि कुछ नवाचार अभी पाइप लाइन में है। जैसे साक्षात्कार में ऑनस्क्रीन मार्किंग करना, बारकोड के साथ अभ्यर्थियों के आने की व्यवस्था और वन टाइम वेरिफिकेशन को भी जल्द लांच किया जाएगा। डॉ. राठौड़ ने अभ्यर्थियों से अपील की है कि वह वन टाइम रजिस्ट्रेशन करवा ले, ताकि परीक्षाओं में आवेदन करने में उन्हें आसानी रहेगी। उन्होंने बताया कि अभ्यर्थियों को हर परीक्षा एवं नौकरी के लिए आयोग आना पड़ता है। इसमें अभ्यर्थी का धन व्यय होता है। वहीं अभ्यार्थी और आयोग का समय भी नष्ट होता है। इसके लिए वन टाइम वेरीफिकेशन सुगम रहेगा। उन्होंने बताया कि उनके कार्यकाल में ई-लाइब्रेरी और आयोग को पूर्ण रूप से डिजिटलाइज करने को लेकर भी कार्य हुए हैं।