करौली ब्यूरो रिपोर्ट।
करौली बाल सम्प्रेषण एवं किशोर ग्रह से रसोई घर के दरवाजे को तोडकर दो बाल अपचारियों के फरार होने जाने के बाद आजतक पकड से बाहर है। इस ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री रमेश मीणा ने संप्रेषण एवं किशोर गृह के लापरवाही के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए विभाग के मंत्री को अवगत कराया और उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं। दरअसल निरीक्षण करने शुक्रवार को ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री रमेश चंद मीना बाल सम्प्रेषण ग्रह मे पहुंचे और मौके पर जाकर जानकारी ली। उन्होने बाल अपचारियों के फरार होने की घटना के संबंध मे अधिकारियो को मौके पर ही निर्देश दिये कि बाल सम्प्रेषण ग्रह के कार्मिक एवं अधिकारी इस मामले मे शक के दायरे मे है।अधिकारियों से कहा कि बाहर का ताला लग रहा है और अंदर का नही लग रहा है। 25 व्यक्तियों का स्टॉफ होने के बाद भी इतनी बडी लापरवाही, यह मिलीभगत ही दिखती है। जबकि पूर्व मे बाल अपराधियों के बारे मे जानकारी जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन को दी जानी चाहिए। मोबाईल पर बात कराना अपराध की श्रेणी मे आता है। जबकि बाल सम्प्रेषण ग्रह मे अपराधी प्रवृति के बच्चे ही आते है उन्हे सुधारने के लिये क्या क्या कार्य किये जा रहे है इस पर भी चर्चा की। उन्होने इसकी जांच के लिये विभाग की मंत्री श्रीमती ममता भूपेश से दूरभाष पर वार्ता कर कार्मिकों सहित इस पूरे प्रकरण की जांच कराने के लिये राज्य स्तरीय कमेटी बनाने के साथ साथ इसमे लिप्त एवं दोषी व्यक्तियों के बारे मे जानकारी मिल सके और ऐसे अधिकारी एवं कर्मचारियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जाये।बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक कृष्णकांत सांखला के प्रति भी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि बाहर से कुंदी बंद है ताला लगा हुआ है लेकिन अंदर ताला नही है।यह घोर लापरवाही का प्रतीक है।उन्होने कहा कि अपराध को संरक्षण नही दें बल्कि अपराध को रोके। अपराधियों से महिला कार्मिक द्वारा मोबाईल पर बात कराने के कारण ही असामाजिक तत्व आये एवं उसके विरूद्ध भी एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिये। 

बाल अपचारियो से ली जानकारी।

ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री ने बाल संप्रेषण ग्रह मे बंद बाल अपचारियोें से जानकारी ली कि बाल अपचारी कैसे भागे साथ ही उनके खान पान एवं रहने के बारे मे भी जानकारी ली।उन्होने रसोई घर मे जाकर जहा से बाल अपराधी फरार हुए उस स्थान को भी जाकर देखा। निरीक्षण के दौरान उन्होने बाल संप्रेषण एवं किशोर ग्रह के चारों तरफ लोहे की फेसिंग लगाये जाने और उसकी सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ बनाने के निर्देश भी दिये ताकि लोग बाहर नही जा सके।अधिकारी अपने कर्तव्यों का पालन जिम्मेदारी से करें इसमे किसी भी प्रकार की लापरवाही नही बरते।इस दौरान उन्होने सभी कार्मिकों सहित सुरक्षा गार्डो से भी इस संबंध मे पूरी जानकारी ली और उनके द्वारा किये जाने वाले कार्याे के बारे मे पूछा। इस दौरान बाल संरक्षण समिति के अध्यक्ष अनिल शर्मा, किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य माधव लाल शर्मा, सरोज शर्मा भी उपस्थित रहे। 

सर्किट हाउस पर की जनसुनवाई।

ग्रामीण विकास पंचायत राज मंत्री ने सर्किट हाउस पर लोगो की समस्याओ को गंभीरता से सुनकर उनकी समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया साथ ही संबंधित अधिकारियों से वार्ता कर आमजन की समस्याओ का शीघ्र निस्तारण करने पर बल दिया। 

राजकीय अम्बेडकर बालक छात्रावास का भी किया औचक निरीक्षण।
ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री रमेश चंद मीना ने शुक्रवार को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित रणगंवा ताल के पास राजकीय अम्बेडकर छात्रावास मे पहुंचकर उपस्थिति पंजिका, मूवमेन्ट रजिस्टर, रसोई घर, स्टॉक रूम शौचालयों एवं छात्रावास रूमों का निरीक्षण किया गया जिनमे बेडशीट, तकिए एवं खाद्य सामग्री निम्न स्तर की पाई गई साथ ही खिडकियों की जाली टूटी हुई मिलने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया कि जो पैसा सरकार द्वारा प्राप्त हो रहा है उसका सही उपयोग होना चाहिए साथ ही छात्रावास की व्यवस्थाओं मे सुधार हो एवं बच्चों को अच्छी क्वालिटी का भोजन मिले ताकि किसी बच्चे मे भेदभाव नही हो उन्होने यह भी कहा कि निजी तौर पर भी व्यवस्थाओं को सुधारने के लिये वे अपने ओर से सहयोग करेंगे।निरीक्षण के दौरान उपयोग मे लिये जाने वाले आटे की जांच के लिये आटे का नमूना लेकर जिला रसद अधिकारी के माध्यम से इसकी गुणवत्ता की जांच कराने के निर्देश भी दिये। इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी महावीर प्रसाद नायक, डीएसओ रामसिंह मीना, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक कुलदीप सिंह, उपस्थित रहे।