अवनीश पाराशर।
ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री रमेश चंद मीना ने शुक्रवार को सर्किट हाउस मे महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक को निर्देश दिये कि आंगनबाडी केन्द्रों मे भर्ती की जा रही है उनमे पूर्ण पारदर्शिता बरती जाये। इस संबंध मे उन्होने जिला कलक्टर से भी वार्ता कर एक कमेटी बनाने की बात कही ताकि पात्र आवेदकों को इसका लाभ मिले। उन्होने कहा कि अनियमितता की शिकायतें प्राप्त हो रही है पूर्व मे भी इस प्रकार की शिकायते मिलती रही है। उन्होने कहा कि भर्ती के आवेदन लिये गये उस समय कई महिलाओं को इस संबंध मे जानकारी नही है। आवेदनकर्ता के दस्तावेजों को भी गहनता से जांच उपरांत ही आगे की कार्यवाही की जाये।उन्होने पोषाहार वितरण की शिकायतों पर भी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि अतेवा के अटलपुरा केन्द्र पर जो कि विद्यालय मे संचालित है पोषाहार का वितरण नही किया जा रहा है। इसकी जांच भी की जाये। जिले मे पूरे वितरण की व्यवस्था को भी जांचा जाये। उन्होने कहा कि 42 दिन तक गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को एएनएम एवं आशासहयोगिनी द्वारा जांच की जाती है ताकि जच्चा और बच्चा दोनो सुरक्षित रहे इसके लिये सिर्फ मातृ कार्ड बनाकर पैसा उठा लिया जाता है। इसका भी विश्लेषण करें। सरकार का यह प्रयास है कि शिशु एवं मातृ मृत्यू दर मे कमी आये। साथ ही पोषाहर वितरण मे चावल दाल एवं गेंहू की सप्लाई भी हो रही है इसके संबंध मे पारदर्शिता रखने के लिये ऑनलाईन वितरण के प्रस्ताव भिजवाने के निर्देश भी दिये। बैठक के दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी महावीर प्रसाद नायक, डीएसओ रामसिंह मीना, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक कुलदीप सिंह, उपखंड अधिकारी धीरेन्द्र सिंह, महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक हिम्मत सिंह सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
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