जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

बसपा छोड़कर कांग्रेस में आए और विकत परिस्तिथि में गहलोत का साथ देने वाले राजेंद्र सिंह गुढ़ा की नाराजगी किसी से छुपी नहीं है। राजनीतिक हल्कों मने यह चर्चा जोरों पर थी कि आखिर कब तक गुढ़ा अपना मंत्री प्रभार नहीं संभालेंगे।  इसी बीच गुढ़ा ने अपनी नाराजगी जताने के लिए अनर्गल बयानबाजी भी की।  इस पूरे प्रकरण पर कांग्रेस के पायलट गुट ने भी गुढ़ा पर पलटवार किया लेकिन किरकिरी पार्टी की हुई।  तब गहलोत का वो बयान सामने आया जिसमें उन्होने बसपा के विधायकों के अहसान को याद किया।  सूत्र बतातें हैं कि इसके बाद गहलोत ने ऑपरेशन गुढ़ा चला दिया और इसकी कमान अपने विश्वश्त धर्मेंद्र सिंह राठौड़ को दी।  कल यानि बुधवार को घटनाक्रम तेजी से घूमा और सुबह सवेरे 9 बजे धर्मेंद्र राठौड़ गुढ़ा को लेकर होटल मैरियट पहुंचे। वहां राठौड़ गुढ़ा को लेकर प्रदेश प्रभारी अजय माकन के कमरे में लेकर गए जहाँ कि प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा पहले से मौजूद थे।  बंद कमरे में क्या बातचीत हुई इसका सिर्फ अंदाजा लगाया जा सकता है लेकिन सूत्र बताते हैं कि माकन ने सीएम गहलोत के अहसान वाले बयान का हवाला दिया और गुढ़ा को यकीन दिलाया कि आने वाले महीनों में बसपा के अन्य विधायकों को भी एडजस्ट किया जायेगा।  इसके बाद धर्मेंद्र राठौड़ गुढ़ा को लेकर सीएम आवास पहुंचे जहाँ माकन और डोटासरा भी मौजूद थे।  अब इसके बाद जो हुआ उसको समझना बहुत आसान है।  सीएम से मुलाकात के बाद कुछ रोचक दृश्य दिखाई दिए।  पहले तो गुढ़ा ने सरकारी कार मंगवाई फिर वे उसमें बैठकर अपने सरकारी बंगले गए और फिर इसी कार से वे अपने निर्वाचन क्षेत्र उदयपुरवाटी के लिए रावण हो गए।  और यूँ धर्मेंद्र रुपी हनुमान ने गहलोत रुपी राम के काज संवार दिए।