जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
कांग्रेस की जयपुर मेंं होने वाली 12 दिसंबर को महंगाई रैली की तैयारी बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने फिर पायलट खेमे पर निशाना साधा और कहा कि रमेश मीणा, विश्वेंद्र सिंह, हेमाराम चौधरी तो छोड़कर चले गए थे। 80 विधायक रुके और हमें छोड़कर नहीं गए, तभी तो सरकार बची है। तभी हम आज मंत्री परिषद की बैठक कर रहे हैं। कांग्रेस के संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल व प्रभारी महामंत्री अजय माकन की उपस्थिति में हुई मंत्रीपरिषद की बैठक में मुख्यमंत्री के तेवरों से यह साफ हो गया है कि दोनों खेमों के बीच आपसी तकरार आगे भी जारी रहेगी।हाईकमान के दबाव में सियासी मजबूरी के कारण गहलोत-पायलट एकता का भले दावा करें, लेकिन हकीकत में ज्यादा कुछ नहीं बदला है। दोनों तरफ की टीस बरकरार है।मंत्रीपरिषद की अनौपचारिक बैठक में गहलोत ने कहा कि कई मंत्री अब भी दरवाजे बंद रखते हैं। यह ठीक नहीं है। सबको दरवाजे खुले रखने होंगे और फील्ड में जनता को सुनना होगा। मंत्रियों को सुनवाई करने की नसीहत देने के दौरान ही गहलोत ने पायलट कैंप के मंत्रियों-विधायकों पर तंज कसा। गहलोत के इस तंज पर कृषि विपणन राज्यमंत्री मुरारीलाल मीणा ने कहा भी कि मुख्यमंत्रीजी अब तो 19-19 बोलना बंद कर दीजिए। अब तो सब बदल चुका है, पर गहलोत ने मुरारी मीणा की बात पर ध्यान नहीं दिया। आपको बता दे, कि यह पहला मौका नहीं है, जब सीएम अशोक गहलोत ने पायलट कैंप के विधायकों पर तंज कसा। 30 नवंबर को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में रैली की तैयारी बैठक में गहलोत ने नाम लिए बिना पायलट कैंप के विधायकों पर तंज कसा था। उस दिन भी गहलोत बोले थे कि हमारे निर्दलीय साथियों, बसपा से कांग्रेस में आने वाले साथियों ने अगर साथ नहीं दिया होता तो सरकार नहीं बचती। इन साथियों का सरकार बचाने में दिए योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। सरकार बचाने वाले कई लोगों को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है, लेकिन उन्हें आगे शिकायत नहीं रहेगी।
0 टिप्पणियाँ