जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
राजस्थान में ओमिक्रॉन के खतरे के बीच कांग्रेस की रैली के पुछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बिना जवाब दिए हाथ जोड़ चले गए। दरअसल मुख्यमंत्री पीसीसी में रैली को लेकर बैठक में भाग लेने आये थे। गहलोत के साथ प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अजय माकन व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा से भी पत्रकारों ने पूछा कि कोरोना की तीसरी लहर के खतरे के बावजूद रैली क्यों? इस पर तीनों ने कोई जवाब नहीं दिया और पीसीसी से बाहर निकल गए। जब बाहर गाड़ी में बैठे गहलोत से फिर से वही सवाल किया गया तो हाथ जोड़कर बिना कुछ बोले निकल गए।चूंकि फैसला कांग्रेस आलाकमान का है। ऐसे में कोई भी नेता कुछ कहने के लिए तैयार नहीं है। अलबत्ता रैली की तैयारियां तेज कर दी गई हैं। रैली में देशभर से कांग्रेस नेताओं, सांसदों-विधायकों को बुलाया जा रहा है। पार्टी ने जयपुर की रैली में 1 से डेढ़ लाख तक की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा है। माकन ने कहा कि कांग्रेस लीडरशिप ने बड़ा भरोसा राजस्थान के कार्यकर्ताओं और प्रदेश नेतृत्व पर जताया है। पहली बार महंगाई के महत्वपूर्ण मुद्दे पर दिल्ली से बाहर जयपुर में राष्ट्रीय रैली हो रही है। रैली के लिए जयपुर को चुना गया है। यह जयपुर और राजस्थान के लिए गर्व की बात है। सभी नेता और कार्यकर्ता उत्साहित हैं। बैठक में तय किया गया है कि कांग्रेस के सभी नेता, मंत्री, जिला, ब्लॉक के नेता गांव-गांव जाकर अगले 3 दिन तक बैठक लेंगे। महंगाई हटाओ रैली के लिए लोगों को प्रेरित करेंगे।
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