जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोरोना के बढते खतरे और तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए केंद्र सरकार से वैक्सीनेशन की दूसरी डोज के लिए अभियान चलाने की सलाह दी है।सीएम गहलोत ने कहा कि 'कोरोना वैक्सीन का अभी पहला डोज ही लगा है, जब तक दूसरा डोज नहीं लगेगा तब तक कोई फायदा नहीं है। अभी 35 से 40 फीसदी लोगों को ही दोनों डोज लगी है। ऐसे में देश में एक अभियान चलाकर सबको दूसरा डोज लगाया जाए। इसके बाद बूस्टर डोज लगाना चाहिए। हमने बूस्टर डोज के लिए चिट्ठी लिखी है, लेकिन केंद्र ने अब तक उस पर कोई फैसला नहीं किया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर चिकित्सा विभाग के आला अफसरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक की। इस बैठक में सीएम गहलोत ने सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भंडारी के साथ ही विभिन्न विशेषज्ञों से मौजूदा कोरोना और डेंगू की स्थिति के बारे में विस्तार से चर्चा की और आम लोगों को इसकी जानकारी दी गई। सीएम गहलोत ने वीसी के माध्यम से प्रदेश के 1 लाख से अधिक लोगों को जोड़कर यह बताने का प्रयास किया कि कोरोना की गाइडलाइन के अनुपालन के बिना इस पर कंट्रोल किया जाना संभव नहीं है। उन्होंने जिला कलेक्टरों से निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में कोरोना गाइडलाइन की कठोरता के साथ पालना कराएं। समीक्षा बैठक में चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा, चिकित्सा विभाग के प्रमुख शासन सचिव वैभव गैलरिया सहित विभिन्न चिकित्सा विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। सीएम गहलोत ने इंटरनेशनल फ्लाइट से आने वालों को क्वारेंटाइन करने की भी सलाह दी है। उन्होंने कहा कि 'केंद्र सरकार कोरोना प्रभावित देशों में इंटरनेशनल फ्लाइट से आने वालों को क्वारैंटाइन करे। इजराइल सहित कई देशों ने साउथ अफ्रीका से पैसेंजर को बैन किया है। भारत सरकार को समय रहते इस पर ध्यान देना चाहिए। पिछली बार भी अचानक फैल गया था, बाद में ध्यान दिया था। इस बार तो हमारे पास दो बार का अनुभव है। उन्होंने कहा कि'कोरोना की दूसरी वेव में हाहाकार मच गया था। दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद में तो बैड तक नहीं मिल पाए। हमने भी चार्टर करके मुंबई से दवाइयां मंगवाई थी। केंद्र सरकार पूरी तरह देश को बचाने के लिए कदम उठाएं ताकि थर्ड वेव की नौबत नहीं आए। सीएम गहलोत ने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने कोरोना के खतरे को लेकर चेता रहा है, उसके मायने हैं। साउथ अफ्रीका वाला वैरिएंट बहुत खतरनाक है। हमारे यहां कोरोना की थर्ड वेव की संभावना व्यक्त की जा रही है, अभी लक्षण दिख नहीं रहे। 10 दिन से संख्या बढ रही है, वह चिंता का विषय है। अभी भी मास्क लगाने की जरूरत है। लोग अभी भी न सोशल डिस्टेंसिंग रख रहे हैं, न मास्क लगा रहे हैं। इसमें हम सबकी गलती होती है। पॉलिटिकल मीटिंग में ज्यादा लोग आ जाते हैं।