जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
नीट-पीजी काउंसलिंग में हो रही देरी के कारण पिछले दिनों से रेजिडेंट चिकित्सक कार्य बहिष्कार कर रहे हैं। चिकित्सकों ने कहा कि काउंसलिंग में हो रही देरी के चलते अस्पतालों में नया बैच नहीं आ पा रहा है। ऐसे में इन पर काम का बोझ लगातार बढ़ रहा है।रेजिडेंट चिकित्सकों की हड़ताल को देखते हुए राज्य सरकार और चिकित्सा विभाग ने 1054 जूनियर रेजीडेंट डॉक्टरों के पदों को सृजन की स्वीकृति दे दी है। चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने बताया कि जूनियर रेजिडेंट्स के ये पद अस्थायी तौर पर सृजित किए गए हैं। ये पद 1 दिसंबर, 2021 से लेकर 28 फरवरी, 2022 तक कुल तीन माह या नीट-पीजी काउंसलिंग पूर्ण नहीं होने तक के लिए सृजित किए गए हैं। शासन स्वास्थ्य सचिव वैभव गालरिया ने बताया कि अस्थायी तौर पर सृजित ये सभी पद इस समयावधि के बाद समाप्त हो जाएंगे। इन 1054 पदों में से जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज में 376, जोधपुर के एसएन मेडिकल कॉलेज में 133, अजमेर के आरएनटी मेडिकल कॉलेज में 116, कोटा में 112, उदयपुर में 108, बीकानेर में 128 और झालावाड़ के चिकित्सा महाविद्यालय में 81 जूनियर रेजिडेंट्स के पदों को सृजित किया गया है।
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