श्रीगंगानगर से राकेश मितवा।

श्रीगंगानगर जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट जाकिर हुसैन ने कहा कि सीमा क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर सुरक्षा एजेंसियां विजिलेंट है, फिर भी और अत्यधिक विजिलेंट रहने की जरूरत है।जिला कलक्टर जिला स्तरीय कोर्डिनेशन व सीमा क्षेत्र में सुरक्षा व सुधार को लेकर आयोजित बैठक में आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि सीमा क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं को लेकर जो कार्य सीमांत क्षेत्र विकास योजना में स्वीकृत है, उन्हें विभाग आपसी समन्वय बनाकर स्वीकृत कार्यों को गति प्रदान करे। सीमा क्षेत्र में लगभग 1.25 करोड़ के कार्य पूरे किये जाने है, जिनमें चार कार्य पेयजल के है,एम्बुलेंस, जिम, खेल स्टेडियम तथा अन्य कार्य है। जिला कलक्टर ने खनन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि सीमा क्षेत्र के आसपास जिप्सम खनन किस प्रकार व कहां तक हो रहा है, का निरीक्षण कर 15 दिवस में रिपोर्ट प्रस्तुत करे। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि सीमा से 15 किलोमीटर दूरी के बाद ही खनन के पट्टे दिये गये है। खनन को लेकर भारी वाहनों के आवागमन से सड़क क्षतिग्रस्त होने तथा सड़क की देखभाल को लेकर भी चर्चा हुई।

बैठक में बीएसएफ के डीआईजी  ए.के.त्यागी ने बीएसएफ को सीमा क्षेत्रा से 50 किलोमीटर तक कार्यवाही करने पर भी प्रकाश डाला। बैठक में ड्रोन के लिये जारी दिशा निर्देशों पर भी चर्चा हुई। अंतर्राष्ट्रीय सीमा के समीप वैध, अवैध आवागमन के संबंध में भी अधिकारियों ने चर्चा की।बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर सर्तकता श्रीमती कमला अलारिया, मुख्य कार्यकारी अधिकारी  अशोक कुमार मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक  सहीराम, बीएसएफ के अधिकारी देशराज, घनश्याम चौहान,  मुकेश कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।