अलवर ब्यूरो रिपोर्ट
अलवर में जिला परिषद और पंचायत समितियों के चुनाव में कांग्रेस ने बाजी मार ली है। जिला परिषद के 49 वार्डों में से 1 पर निर्विरोध प्रत्याशी जीतने के बाद 48 वार्डों के लिए हुई वोटिंग में 25 पर कांग्रेस, 20 पर भाजपा और 4 पर निर्दलीय जीते हैं। वहीं जिले की 16 पंचायत समितियों के 352 वार्ड में से कांग्रेस को 134, भाजपा को 120 और अन्य को 97 वार्डों में जीत हासिल हुई है।
दरअसल अलवर जिला परिषद के 49 वार्ड और 16 पंचायत समितियों के 352 वार्ड में कांग्रेस ने अपना दबदबा कायम किया है। भाजपा की तुलना में कांग्रेस आगे निकल गई है। जिला परिषद की बात करें तो 49 में से 25 वार्डों में कांग्रेस ने जीत हासिल की, वहीं 352 पंचायत समितियों में से 134 पर कांग्रेस काबिज हुई है। जिला प्रमुख के लिए अलवर में वोटिंग शनिवार को होगी।
कांग्रेस का जिला प्रमुख बनाने का दावा।
अलवर जिला परिषद चुनाव के परिणाम आ चुके हैं। जिला परिषद चुनाव में कांग्रेस को बढ़त मिली है। जिले की कुल 49 सीटों पर मतदान हुआ था। जिला पार्षद के वार्ड 20 से कांग्रेस के जगदीश जाटव निर्विरोध जीत चुके हैं। 48 सीटों के लिए मतदान प्रक्रिया हुई। अलवर के बाबू शोभाराम कला महाविद्यालय में मतगणना हुई। जिसमें कांग्रेस को बढ़त मिली। ऐसे में कांग्रेस अपना जिला प्रमुख बनाने का दावा कर रही है। शनिवार को जिला परिषद में जिला प्रमुख के लिए वोटिंग होनी है। जिला परिषद के कुल 49 वार्डों मे से 26 वार्डों में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है, 20 वार्डों में भाजपा और 4 वार्डों में निर्दलीय जीते हैं। इधर भाजपा व कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने निर्दलीय से संपर्क करना शुरू कर दिया है।
मालाखेड़ा-उमरैण में कांग्रेस प्रधान की संभावना।
पंचायत समिति सदस्य चुनाव नतीजों में श्रम राज्य मंत्री जूली के निर्वाचन क्षेत्र की दोनों पंचायत समिति मालाखेड़ा व उमरैण में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर रहा। उमरैण पंचायत समिति में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला, वहीं मालाखेड़ा में वह स्पष्ट बहुमत के करीब पहुंच गई। दोनों ही पंचायत समितियों में कांग्रेस के प्रधान बनने की पूरी संभावना है।
राजगढ़ लक्ष्मणगढ़ मे भी कांग्रेस का दबदबा।
इसी तरह से राजगढ़ लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र से विधायक जौहरीलाल मीणा भी अपने निर्वाचन क्षेत्र की तीन पंचायत समितियों में दो पर कांग्रेस को भाजपा पर बढ़त दिलाने में कामयाब रहे। हालांकि राजगढ़ पंचायत समिति में यहां वे कांग्रेस की पिछड़ने से नहीं रोक पाए। रामगढ़ विधायक सफिया खान भी अपने निर्वाचन क्षेत्र की रामगढ़ पंचायत समिति में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत दिलाने में कामयाब रही, लेकिन गोविंदगढ़ में कांग्रेस भाजपा से पिछड़ गई। इसी प्रकार किशनगढ़बास विधायक दीपचंद खैरिया ने किशनगढ़बास में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत दिलाकर दबदबा कायम रखा। हालांकि कोटकासिम पंचायत समिति में भाजपा कांग्रेस पर बढ़त बनाने में सफल रही। थानागाजी से निर्दलीय विधायक कांति मीणा ने भी थानागाजी में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत दिलाकर अपना दबदबा कायम किया। उधर, मुण्डावर से भाजपा विधायक मंजीत चौधरी ने मुण्डावर पंचायत समिति में भाजपा को पूर्ण बहुमत दिलाया।
16 पंचायत समितियों के 352 वार्डों का परिणाम।
अलवर जिले की 16 पंचायत समितियों के 352 वार्ड में से कांग्रेस को 134, भाजपा को 120 और अन्य को 97 वार्डों में जीत हासिल हुई है। जिले में पंचायत चुनाव के लिए मतगणना अलवर के बाबू शोभाराम कला महाविद्यालय में हुई।तीन स्तरीय सुरक्षा घेरे में हुई प्रक्रिया के दौरान कांग्रेस व भाजपा दोनों ही पार्टियों के नेता अपना जिला प्रमुख बनाने का दावा कर रहे है। हालांकि फाइनल आंकड़ों में कांग्रेस भाजपा से आगे निकल गई।
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