जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
भरतपुर में नाबालिग बच्चे से सामूहिक यौन दुराचार के मामले में राजस्थान बाल संरक्षण आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने संज्ञान लिया है। आयोग अध्यक्ष ने इस संबंध में भरतपुर जिला प्रशासन और पुलिस अधीक्षक से संपर्क कर पूरे मामले की जानकारी ली और प्रकरण की तथ्यात्मक रिपोर्ट भी तलब की है। वही राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर ने जज को निलंबित करने के आदेश जारी किये है। इधर पीडि़ता को धमकाने के मामले मे एसीबी सीओ परमेश्वर लाल यादव को भी एसीबी विभाग ने निलंबित करने के आदेश जारी किये है।
आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने एक बयान जारी कर बताया कि इस प्रकरण में आरोपी चाहे कितना भी बड़ा रसूखदार या बड़े पद पर काबिज हो। कानून सबके लिए समान है और जो दोषी होगा उस पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बेनीवाल ने कहा कि इस मामले की जानकारी सामने आने के बाद आयोग ने स्थानीय बाल कल्याण समिति को भी निर्देश दिए, जिसके बाद समिति सदस्यों ने पीड़ित परिवार और पुलिस प्रशासन से संपर्क कर मामले की जानकारी जुटाई है।
राजस्थान हाई कोर्ट जोधपुर ने जज को किया निलंबित।
इधर मामला मीडिया में सामने आने के बाद राजस्थान हाईकोर्ट ने तत्काल एक्शन लेते हुए जज जितेंद्र सिंह को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए हैं वही एसीबी मुख्यालय ने भी पीड़िता को धमकाने के आरोप में एसीबी के सीईओ परमेश्वर लाल यादव को भी निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
आपको बता दे कि भरतपुर में 7वीं क्लास के बच्चे के साथ स्पेशल जज विजिलेंस और उसके दो साथियों पर कुकर्म करने का आरोप लगा है। भरतपुर पुलिस ने थाने में मामला दर्ज कर पॉस्को एक्ट के तहत जांच शुरू कर दी है।
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