भरतपुर ब्यूरो रिपोर्ट।

राजस्थान के भरतपुर में कक्षा 7वी के 15 वर्षिय एक नाबालिग के यौन शोषण एव दुष्कर्म के मामले में अब नया मोड सामने आया है। मामले मे विशेष जज ने महिला के खिलाफ ब्लैकमेलिंग करने का आरोप लगाते हुए मथुरा गेट थाने में मामला दर्ज करवाया है। विशेष जज जितेंद्र सिंह ने अपनी तरफ से थाना मथुरागेट में दर्ज कराए मामले में बताया है कि वह लॉन टेनिस खेलने डिट्रिक्ट क्लब जाते है। जहां एक महिना पहले उनकी मुलाकात एक नाबालिग बच्चे से हुई जो फटे जूते व पुराने रैकेट से खेल रहा था। वह बच्चा अच्छा खेल रहा था। इसलिए जज ने उसे नया रैकेट व जूते खरीदने के लिये पैसे दिये। बाद में बच्चे ने जज से कहा कि वह साईकिल पर आता है तो थक जाता है। इसलिए उसे स्कूटी दिलावा दें। इस पर जज ने स्कूटी की डॉउन पैमेंट 20 हजार रूपये  देकर भेजा। फिर एक दिन बच्चा खेलने नहीं आया तो जज ने उसकी मां से बच्चे के नहीं आने का कारण पूछा तो उसने बताया कि बच्चे का जबसे आप से सम्पर्क हुआ है वह बिगड गया है। जज ने बच्चे की मां से कहां कि वह उसे अच्छी बाते सिखाते है। इस पर जज ने स्कूटी बच्चे के घर से उठा ली। पर स्कूटी उठाने के बाद बच्चे की मां ने जज को धमकी दी कि वह उनके खिलाफ पोक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज करवा देंगे। इसी संबंध में बिचौलिया राजीव ने राजीनामा करने के 3 लाख  व अपने टीम के खर्चे के 5 लाख मांगे। रूपये नहीं देने पर उसने धमकाया कि आपको मीडिया में छपवा दूंगा तथा बच्चा व उसकी मां वहीं बोलेंगे जो वह कहेंगा। इधर पुलिस के मुताबिक बच्चे व मां के आज न्यायालय मे बयान लिये जायेगें।