चित्तौड़गढ़ जिले में रविवार को मेजर नटवर सिंह हायर सेकेंडरी स्कूल में देर शाम 72 वें वन महोत्सव के अंतर्गत घर-घर औषधि योजना की शुरुआत हुई, जिसमें जिला प्रशासन के आला अधिकारियो एवं गणमान्य लोगों ने  स्कूल प्रांगण में आयुर्वेदिक औषधियों के पौधे लगाकर और आयुर्वेदिक पौधों का वितरण कर इस महत्वकांक्षी योजना की शुरुआत की।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत महत्वकांक्षी योजना घर-घर औषधि योजना की शुरुआत 72 वें वन महोत्सव के अंतर्गत रविवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश केशव कौशिक,जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा,सीजेएम राकेश गोयल , सभापति नगर परिषद संदीप शर्मा, पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह जाड़ावत, जिला शिक्षा अधिकारी शांतिलाल सुथार की उपस्थिति में हुई, जिसमें स्कूल प्रांगण में वन विभाग की ओर से योजना अंतर्गत चार आयुर्वेदिक तुलसी,  नीम गिलोय,  अश्वगंधा और कालमेघ के पौधों का पौधारोपण किया गया,

 इस अवसर पर डीजे केशव कौशिक ने कहा कि राज्य सरकार की यह एक बहुत ही सराहनीय पहल है जिससे आने वाली संभावित है तीसरी लहर से आमजन को लड़ने में मदद मिलेगी उसके लिए अपने आप को आयुर्वेदिक पद्धति से तैयार करने की जरूरत है और इसी के लिए मुख्यमंत्री की ओर से यह पहल की गई है उन्होंने कहा कि यह 4 पौधे आपके और आपके परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं उन्होंने उपस्थित सभी अधिकारियों कर्मचारियों और आमजन को इन औषधीय पौधों को अपने-अपने घरों में लगाने और उनकी देखरेख करने की शपथ दिलाई।

वहीं इस अवसर पर आयुर्वेदिक औषधीय पौधों का महत्व बताते हुए वन विभाग के उप वन संरक्षक सुगनाराम जाट ने कहाँ की कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी आमजन में देखी गई, इसी को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से आयुर्वेदिक औषधीय पौधों की को तैयार कर घर - घर में औषधीय पौधों को निशुल्क पहुंचाने की व्यवस्था भी की गई है ओर इस अभियान की शुरुआत रविवार से की गई है जिसमें एक परिवार को चार किस्म के पौधे वितरण किए जा रहे हैं।इस अवसर पर कई प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा कई गणमान्य लोग भी मौजूद रहे।

चित्तौड़गढ़ से गोपाल चतुर्वेदी की रिपोर्ट,