ब्यूरो रिपोर्ट।
राजस्थान रोडवेज के 90% बैंक खाते सीज हो गए हैं। इसके चलते पिछले 3 दिन से रोडवेज के ज्यादातर ट्रांजैक्शन अटके हुए हैं। बसों के किराए से रोजाना होने वाली कमाई भी बैंक में जमा नहीं हो रही बल्कि डिपो में ही पड़ी है। अनुमान है कि रोडवेज के 7- 8 करोड रुपए अलग-अलग डिपो में ही जमा है। रोडवेज के वित्तीय सलाहकार को भी खाते सीज होने की जानकारी दो दिन बाद मिली । दरअसल हुआ यह कि आरबीआई की ओर से जारी की गई नई गाइडलाइन के चलते खाते सीज हुए हैं। नई गाइडलाइन के अनुसार यदि सरकारी उपक्रमों ने किसी बैंक से लोन ले रखा है तो उन्हें अपने करंट अकाउंट भी उसी बैंक में खोलने होंगे। यदि करंट अकाउंट अन्य बैंकों में खोले गए तो उन्हें सीज कर बंद कर दिया जाएगा। आपको बता दें कि रोडवेज ने इंडियन बैंक और पंजाब नेशनल बैंक से लोन ले रखे हैं। पंजाब नेशनल बैंक से वर्ष 2020 के दौरान 150 करोड़ का लोन लिया था जबकि इंडियन बैंक से पहले इलाहाबाद बैंक से भी लोन लिया गया था। दूसरी ओर रोडवेज ने अपने करंट अकाउंट आईसीआईसीआई बैंक और एसबीआई में खुलवा रखे हैं। नई गाइडलाइन सामने आने के बाद आईसीआईसीआई बैंक ने रोडवेज के खाते सीज कर दिए। इस बारे में रोडवेज की वित्तीय सलाहकार वीना गुप्ता का कहना है कि बैंक ने बिना किसी पूर्व सूचना के शनिवार को खाते फ्रीज कर दिए, इसका पता सोमवार को लगा। अब सभी डिपो को पीएनबी या इंडियन बैंक में खाता खुलवाने के निर्देश दिए गए हैं और सभी डिपो अपने स्तर पर इन बैंकों में खाते खुलवा रहे हैं।
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