मेडिकल सेक्टर से जुड़े एक्सपर्ट्स बच्चों के लिए वैक्सीन नहीं आने तक राजस्थान में स्कूल खोलने के पक्ष में नहीं दिख रहे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मौजूदगी में आज कोरोना की तीसरी लहर से बचाव और वैक्सीनेशन के रिव्यू को लेकर हुई एक बैठक में एक्सपर्ट्स ने अपनी राय दी है।

दरअसल देशभर में पिछले कुछ दिनों से कोरोना के केस फिर से बढ़ने लगे है, जो चिंता का कारण बन गए है। केरल सहित नॉर्थ ईस्ट के कुछ राज्यों में ज्यादा केस आने के बाद ऐसी आशंकाएं जताई जा रही है कि जल्द ही तीसरी लहर आ सकती है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री गहलोत ने आज कोरोना की तीसरी लहर से बचाव कैसे हो इस पर चर्चा के लिए एक्सपर्ट्स संग रिव्यू किया। इस बैठक में SMS मेडिकल कॉलेज के प्रिंसीपल डॉ. सुधीर भंडारी, सीनियर श्वसन रोग विशेषज्ञ डॉ. वीरेन्द्र सिंह, बच्चे के विशेषज्ञ डॉ. एमएल गुप्ता सहित अन्य विशेषज्ञों ने स्कूल खोलने के मामले में अपनी राय दी।

उन्होंने कहा कि जब तक बच्चों के लिए वैक्सीन की उपलब्धता और बचाव के समस्त उपायों के संदर्भ में केंद्र सरकार की गाइडलाइन नहीं आ जाती तब तक स्कूल खोलने का निर्णय लेना ठीक नहीं रहेगा। बैठक में उन्होंने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर में भी बड़ी संख्या में छोटे बच्चे संक्रमित हुए, जिनमें कुछ बच्चों में मल्टी सिस्टम इन्फ्लेमेट्री सिंड्रोम (एमआईएस-सी) के मामले सामने आ रहे है। ऐसे में बच्चों को बचाने के लिए वैक्सीन बहुत जरूरी है।

आपको बता दें कि गहलोत सरकार में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने 22 जुलाई को हुई कैबिनेट की बैठक के बाद 2 अगस्त से स्कूल खोलने की घोषणा की थी। लेकिन इसके अगले दिन ही सरकार ने यू टर्न लेते हुए 5 मंत्रियों की कमेटी बनाई थी। यही कमेटी स्कूल खोलने की तारीख और किस कक्षा तक के बच्चों को स्कूल बुलाया जाए, यह तय करेगी। इस समिति में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के अलावा स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवरसिंह भाटी और तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष गर्ग हैं।

14 प्रतिशत लोगों का वैक्सीनेशन पूरा
वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक में शासन सचिव चिकित्सा सिद्धार्थ महाजन ने बताया कि प्रदेश में अब केवल 268 एक्टिव कोरोना केसेज हैं। जबकि देशभर में एक्टिव रोगियों की संख्या 3 लाख 97 हजार से अधिक हैं। राज्य में लगभग 14 प्रतिशत लोगों का दोनों डोज लगने पर वैक्सीनेशन पूर्ण हो चुका है। अब तक कुल 3.13 करोड़ डोज लगाई गई हैं, जिसमें से 2.43 करोड़ पहली डोज के रूप में तथा 69.54 लाख दूसरी डोज के रूप में लगाई गई हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगाते समय वही दवा दी जाए जो पहली डोज के समय दी गई थी। इस संबंध में किसी प्रकार की लापरवाही न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए।