करौली से अवनीश पाराशर की रिपोर्ट
करौली मे शुक्रवार को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक को संबोधित करते हुए जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने कहा कि कोविड टीकाकरण ही कोविड लहर से बचाने में सहायक है, वही टीकाकरण व्यक्ति कोरोना कवच है। चिकित्सक आमजन को कोविड टीकाकरण के लिए निरन्तर प्रेरित करते रहें है। जिले को कोरोना की तीसरी लहर बचाने के लिए टीकाकरण ही महत्वपूर्ण है हमें शत प्रतिशत जिलेवासियों को टीकाकृत करना आवश्यक होगा। उन्होंने रेपिड एंजीजन टेस्ट को बढावा देकर कोविड से अपडेट रहने के आवश्यकता जताकर कोरोना काल में विभाग के कोविड प्रबंधन की सराहना करते हुए तीसरी से निपटने के लिए संसाधनों को दुरस्त रखने की आवश्यता के साथ-साथ चिकित्सालय मे उचित प्रबंध रखने के निर्देश भी दिये।जिला कलेक्टर ने संस्थागत प्रसव, वैक्सीनेशन, एंटीजन टेस्ट, लिंगानुपात, ऑक्सीजन प्लांट, जेएसवाई , आरएसवाई, कायाकल्प असिंसमेंट, टीबी उन्मूलन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना की बैठक दौरान समीक्षा कर कोविड-19 की दूसरी डोज से अधिकाधिक लाभान्वित कराने के निर्देश प्रदान किये। उन्होंने एएनसी की चतुर्थ जांच और टोडाभीम ब्लॉक के लिंगानुपात दर्ज कमी को गंभीरता से लेते हुए सुधार के लिए पुख्ता कार्य योजना के साथ कार्य के निर्देश प्रदान किये। उन्होंने कहा कि लिंगानुपात में जिले को औसत से नीचे नहीं जाने दें, हर संभव प्रयास करें कि बेटी जन्म केा संबंल मिले।
उन्होंने कहा कि चिकित्साधिकारी अपने क्षेत्र में हुये गैर संस्थागत प्रसव की जांच कर कारण और कारक का पता लगाये और कारणों का समाधान कर संस्थागत प्रसव के लिए गर्भवतियों को प्रेरित करें। उन्होंने आरएसवाई और जेएसवाई भुगतान के गैप को कम करने के निर्देश प्रदान कर संस्थावार कायाकल्प असिंस्मेंट की आवश्यकता जताई। उन्होंने टीबी उन्मूलन के लिए हर संस्था पर ओपीडी के तीन प्रतिशत को बलगम जांच कराने सहित एचआईवी व डायबिटीज जांच कराने के निर्देश प्रदान कर मुख्यमंत्री दवा योजना में दवाओं को अवधिपार होने से बचाने के लिए हर संभव प्रयास की आवश्यता जताई । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेशचंद मीना ने विभागीय प्रगति को बैठक में पीपीटी के माध्यम से रखते हुए वर्ष की पहली तिमाही में सम्पूर्ण टीकाकरण और डिलेवरी पाइंट पर डिलेवरी गिरावट पर चिंता व्यक्त कर संस्था प्रभारियों से सुधार की अपेक्षा जताई। डिलेवरी पाइंट पर सुविधा युक्त सेवाऐं देने और गिरावट की कारणों का पता लगाने सहित घर-घर सर्वे दौरान मौसमी बीमारियों से ग्रसितों, एनसीडी रोगियों, आईएलआई रोगियों का डाटा एकत्रित कर एंटीलार्वल गतिविधियां निरन्तर करवाये जाने निर्देश प्रदान किये। उन्होंने बरसाती दिनों में चिकित्सा संस्थाओं पर ओपीडी के रोगियों की मलेरिया स्लाईड कलेक्शन और सब सेंटर पर जनसंख्या का 1 प्रतिशत ब्लड सैंपल के निर्देश प्रदान कर स्टेट एवरेज की तुलना मे टीकाकरण बढाने की आवश्यकता जताई। इस दौरान पीएमएओ डॉ. पूरणमल वर्मा, आरसीएचओ डॉ. जयंतीलाल मीना, डिप्टी सीमएचओ डॉ. सतीशचंद, हिंडौन पीएमओ डॉ. नमोनारायण, डीडीडब्लयू डॉ. देवेन्द्र, डीटीओ डॉ.विजयसिंह, डीपीएम आशुतोष पांडेय, डीएनओ रूपसिंह धाकड, पीसीपीएनडीटी समन्वयक नगीना शर्मा, आईईसी समन्वयक लखनसिंह लोधा सहित बीसीएमओ, सीएचसी-पीएचसी प्रभारी, बीपीएम मौजूद रहे।
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