जिले के निर्यातकों के लिए अच्छी खबर है। अब रेलवे कंटेनर सेवा प्रदान करने के लिए मांडलगढ़ में कॉनकॉर के मार्फत कंटेनर डिपो बनाया जा रहा है, जो चार से छह माह में शुरू हाे सकता है। इसकी प्रक्रिया शुरू की जा सकेगी। इससे भीलवाड़ा के कपड़ा उद्याेग, सेंड स्टाेन, यार्न आदि काे निर्यात किया जा सकेगा। जिले के टेक्सटाइल एवं अन्य उत्पाद निर्यातक इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।

रेलवे परिवहन में कंटेनर के बंदरगाह तक पहुंचने में ट्रांजिट समय कम से कम लगे, इसके लिए मांडलगढ़ डिपो को कोटा डिपो से लिंक कर त्वरित परिवहन किया जाएगा। यह बात कोटा डिविजन ऑफिस के सीनियर डिवीजन ऑपरेशन मैनेजर तुषार सारस्वत ने गुरुवार काे दाेपहर मेवाड़ चैंबर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री में निर्यातकों से चर्चा के दौरान कही।

उन्होंने कहा कि निर्यात माल परिवहन के लिए रेलवे अपना नेटवर्क एवं सेवाएं इस तरह से विस्तार कर रही है कि आने वाले एक या दो वर्ष में निर्यातक सड़क मार्ग से परिवहन के बजाय रेलवे परिवहन को प्रमुखता देंगे। कई निर्यात केन्द्रों पर उद्यमियों को रेलवे सेवाओं की पूरी जानकारी नही है, इसलिए निर्यात केन्द्र के लिए चर्चा की गर्ई। बैठक के प्रारम्भ में चेम्बर अध्यक्ष जी सी जैन एवं मानद महासचिव आर के जैन ने अतिथियों का स्वागत किया। चर्चा में जेडआरयूसीसी सदस्य वीके मानसिंगका, सुदिवा स्पिनर्स के जे सी लढ्ढा, लग्नम स्पिटेक्स के आनंद मंगल, संगम के ओ पी धुप्पड, बीएसएल के देवेंद्र दाधीच एवं अन्य कई निर्यातकों ने भाग लिया।

सुविधा के साथ राहत भी - अधिक कंटेनर बुक कराने पर मिलेगी छूट

एक निर्यातक की ओर से प्रतिमाह 25 कंटेनर बुक करने पर दो हजार रुपये प्रति कंटेनर एवं 25 से अधिक कंटेनर की बुकिंग पर तीन हजार रुपए प्रति कंटेनर में छूट दी जा रही है। कॉनकॉर की सेवाओं में कंटेनर बुक होने पर ऑनलाइन ट्रैकिंग प्रणाली भी उपलब्ध रहेगी, जिससे निर्यातक को अपने कंटेनर के मुवमेन्ट की जानकारी होती रहेगी। कंटेनर सेवाओं के अलावा रेलवे रेक एवं मिनी रेक सेवाएं भी दे रही हैं, जिसमें भाडा दर 9 से 10 प्रतिशत कम हो जाती है। महाराष्ट्र एवं अन्य राज्यों से कच्चा माल जैसे रुई मंगवाने में स्पिनिंग इकाइयों को इस सुविधा का उपयोग करना चाहिए।

व्यापारियाें ने यह रखी मांग यार्न निर्यातक सुदिवा स्पिनर्स के जेसी लढ्ढा ने कहा कि निर्यातकों के सामने दो ही मुख्य बिन्दु है जिसमें सड़क परिवहन के मुकाबले रेलवे परिवहन की दरे एवं बन्दरगाह तक पहुंचने का समय कम से कम हो। कॉनकॉर के कोटा डिपाे के मैनेजर वैभव वर्मा ने कहा कि कॉनकॉर मांडलगढ़ में खाली कंटेनर पर्याप्त संख्या में रखेगी एवं विभिन्न शिपिंग लाइनों से कॉनकॉर की पहले ही अनुबंध है।

(दैनिक भास्कर से साभार)