अलवर रोड दिल्ली से बीच पहाड़ी क्षेत्र के रेल सफर का रास्ता अब आसान हो गया है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की कमेटी ने कोरिडोर स्थापित करने के लिए मंजूरी दे दी है। पहाड़ी क्षेत्र से गुजरने वाला यह सफर काफी रोमांचदायक रहेगा। इस कॉरिडोर के पूरे होने से दिल्ली और अलवर के बीच 117 मिनट का समय भी कम लगेगा।
इस रेल कॉरिडोर के लिए कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में पेश कर दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कॉरीडोर के बनने से पेड़ों को कोई नुकसान नहीं होगा और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र एनसीआर मे हवा की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा। कमेटी ने कोरिडोर को जनहित में बताते हुए कहा कि इससे ट्रैफिक की समस्या में भी सुधार होगा। आपको बता दें कि नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन यानी एनसीआरटीसी की ओर से अलवर दिल्ली रैपिड रेल प्रोजेक्ट का निर्माण कराया जाएगा।
इसके पूरा होने पर अलवर से दिल्ली तक के रेल सफर में लगभग 2 घंटे कम लगेंगे। इसके पहले चरण में दिल्ली से बहरोड तक 106 किलोमीटर मार्ग के लिए प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। यह कॉरिडोर दिल्ली से गुरुग्राम और रेवाड़ी होते हुए अलवर और नीमराणा तक पहुंचेगा इस मार्ग पर 22 स्टेशन होंगे लगभग 164 किलोमीटर लंबा यह सफर बड़ा सुहाना होगा। पहाड़ी क्षेत्र से गुजरने वाले इस कॉरिडोर के कुछ क्षेत्र मे एलिवेटेड ट्रैक भी होगा और टनल भी होगी। इसका निर्माण 3 चरणों में पूरा किया जाएगा।
ब्यूरो रिपोर्ट।
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