पाली से मनोज शर्मा की रिपोर्ट

पाली में कल हुए दर्दनाक सड़क हादसे के बाद विधायक ज्ञानचंद पारख की समझाइश पर आज महिला श्रमिकों के शव उनके परिजनों ने उठा लिए हैं। शव लेने पर जिला एवं पुलिस प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है। 

कोतवाली थाना क्षेत्र के पाली-सोजत बाइपास फोरलेन पर बुधवार को सडक़ किनारे बैठकर खाना खा रहे श्रमिकों पर एक अनियंत्रित ट्रोला चढ़ गया था। इस हादसे में दो महिला श्रमिकों की मौके पर ही मौत हो गई  थी जबकि छह श्रमिक गंभीर घायल हो गए थे। दुर्घटना के बाद घायलों को उपचार के बांगड़ अस्पताल भर्ती करवाया गया था, जबकि महिला श्रमिकों के शवों को मोर्चरी में रखवाया था। मृत महिला श्रमिकों के परिजनों ने बुधवार को मुआवजे की मांग को लेकर शव लेने से इनकार कर दिया था। लंबी जद्दोजहद के बाद आज आखिरकार पाली विधायक ज्ञानचंद पारख की मध्यस्थता एवं समझाइश के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए। विधायक पारख के अनुसार सम्बंधित कम्पनी द्वारा मृतकों के परिजनों को ढाई-ढाई लाख रुपए मुआवजा देने एवं घायलों का पूर्ण उपचार करवाने के आश्वासन के बाद परिजन शव उठाने पर राजी हुए। गौरतलब है कि कोतवाली थाना पुलिस के अनुसार एलएण्डटी कम्पनी के मार्फत हाइवे पर कुछ ग्रामीण श्रमिक काम कर रहे थे। दोपहर में वे खाना खाने के लिए बाइपास के पुलिए के पास सडक़ किनारे बैठे, इस दौरान सोजत की ओर से तेज गति में ट्रोला आया और अनियंत्रित हो गया। ट्रोला श्रमिकों पर चढ़ गया। हादसे में महिला श्रमिक पारसी पत्नी ढलाराम मेघवाल निवासी गुंदोज व उषा पत्नी चम्पालाल सरगरा निवासी गुंदोज की मौके पर ही मौत हो गई थी।