साहिल साँच - 7
एक महिला मित्र फ़ोन कर बोलीं -
"आपका डेज़र्ट-सोल वाला इन्टरव्यू पूरे एक घण्टे फ़ेसबुक पर लाइव देखा । वहाँ तो टिप्पणी लिखने में संकोच रहा पर आपसे तो कह ही सकती हूँ कि बहुत से कवियों-शाइरों को कविता पर बात करते सुना है किन्तु आप जिस तरह की बेबाक़ , बेलौस और बिना किसी लिजलिजेपन के बात करते हैं वो बिल्कुल अलग सा लगता है । आप इस पूरे इन्टरव्यू को अपने फ़ेसबुक पेज पर और सब ग्रुप्स में भी शेयर कीजिये"
आदेश का पालन कर रहा हूँ ।
©️✍️ लोकेश कुमार सिंह 'साहिल'
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